National News। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा आंध्र प्रदेश में आंध्र प्रदेश में आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में गुरुवार 25 अगस्त, 2022 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन दिया। इस संबोधन में पीएम मोदी ने देश में फ्लेक्सिबल वर्क प्लेस और वर्क फ्रॉम होम इकोसिस्टम पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश की श्रम क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए वर्क फ्रॉम होम काफी मददगार साबित हो सकता है।
अमृतकाल के लिए तैयार हो रहा विजन
श्रम मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत का श्रम मंत्रालय अमृत काल में वर्ष 2047 के लिए अपना विजन तैयार कर रहा है। आगे चलकर काम के अनुकूल कार्यस्थलों, वर्क फ्रॉम होम इकोसिस्टम और फ़्लेक्जिबल वर्किंग आवर की जरूरत होगी। इसकी मदद से हम महिलाओं की लेबर पॉवर का भरपूर और उचित इस्तेमाल कर सकते हैं।
अर्थव्यवस्था का श्रेय श्रमिकों को
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम में देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था का श्रेय श्रमिकों को दिया। उन्होंने कहा कि कहा कि देश ने दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल कर लिया है, जिसका बहुत सारा श्रेय लाखों श्रमिकों को जाता है।
अपनी नारी शक्ति का हो पूरा इस्तेमाल
पीएम मोदी ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की महिला कार्य भागीदारी दर वर्ष 2021 के लिए लगभग 25% थी, जो उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए सबसे कम थी। पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम अपनी नारी शक्ति का इस्तेमाल करें तो भारत अपने लक्ष्यों को तेजी से हासिल कर सकता है।
हाई-क्वालिटी वर्क फोर्स तैयार हो
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में देश की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि उसने आने वाले वर्षों में अपने जनसांख्यिकीय लाभांश का कितना अच्छा उपयोग किया। पीएम मोदी ने कहा कि हम इस मौके का इस्तेमाल कर के हाई-क्वालिटी वर्क फोर्स तैयार कर सकते हैं और अनेक अवसरों को लाभ ले सकते हैं।
पीएम ने इस दौरान बताया कि केंद्र सरकार ने देश के श्रमिकों को कई तरह की सामाजिक-सुरक्षा योजना की सिक्योरिटी दी है। इनमें प्रधानमंत्री श्रम- योगी मनधान योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना आदि शामिल है।