बच्चा हो या कोई बड़ा व्यक्ति शारीरिक या मानसिक रूप से दूसरों पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता एक स्वस्थ व्यक्ति को भी विकलांग बना सकती है। ऐसे में जरूरत है कि माता-पिता अपने बच्चों को उनके बचपन में ही आत्मनिर्भरता के गुण सिखाएं। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आइए जानते हैं ऐसी 5 बातें जो आपके बच्चे में भी भर देगी आत्मनिर्भर बनने के सभी गुण।
अपना काम स्वयं करने दें.
बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सबसे पहली चीज है कि उन्हें अपना काम खुद करने की आदत डालें। ऐसा करते समय आप उनके हर काम पर अपनी नजर जरूर बनाएं रखें। आप इन कामों में स्कूल का होम वर्क, घर में अपने जूते-चप्पल को सही स्थान पर रखना, स्वयं भोजन करना आदि करना शामिल कर सकते हैं। इन सभी कामों से उनके अंदर आत्म-निर्भरता बढ़ने के साथ अनुशासन भी आएगा।
अपने फैसले खुद लेने दें.
बच्चों को छोटी उम्र से ही अपने लिए फैसला लेना सिखाएं। इन फैसलों में उन्हें क्या खाना है, क्या पढ़ना है, कौन से खिलौने से खेलना है आदि जैसे सवालों के जवाब शामिल हो सकते हैं। उनके अच्छे फैसलों के लिए उनकी प्रशंसा करना न भूलें। ऐसा करने से आपके बच्चे के भीतर आत्मनिर्भरता का भाव पैदा होगा।
घर के छोटे-छोटे काम में करें शामिल.
घर के छोटे-छोटे काम बच्चों से करवाने से उनके संबंध अपने माता-पिता के साथ अच्छे बने रहने के साथ उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता हैं। इन कामों में घर की सफाई, खाना बनाते समय मदद आदि को शामिल कर सकते हैं। ऐसा करते समय बच्चों पर अपनी नजर जरूर बनाए रखें।
गलतियों से लें सीख.
बच्चे के गलती करने पर उस पर चिल्लाने की जगह, उन्हें शांत होकर उनकी गलती के बारे में समझाएं। उन्हें समझाएं कि वो कैसे अपनी गलती से सबक लेकर भविष्य में दोबारा यह गलती करने से बच सकता है। छोटी-छोटी गलतियों पर बच्चों को डांटने से उनके भीतर डर की भावना पैदा हो सकती है।
परिश्रम के लिए इनाम.
बच्चों को समझाएं कि परिश्रम करने पर उनके लिए हर काम संभव हो सकता है ऐसा करने से उनके भीतर का आत्मविश्वास बढ़ेगा। उन्हें ऐसे लोगों के बारे में बताएं जिन्होंने मेहनत कर असंभव काम को संभव कर दिखाया हो।