प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन खास अंदाज में मनने वाला है। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो पालपुर नेशनल पार्क में 17 सितंबर को ही अफ्रीका से चीतों को लाया जा रहा है।
करीब सत्तर साल बाद भारत में चीते आ रहे हैं और इस खास मौके पर मोदी मध्यप्रदेश के दौरे पर रहेंगे। श्योपुर के कराहट में महिला स्वयं सहायता समूह के सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे।
748 वर्ग किमी में फैला है कूनो
कूनो-पालपुर नेशनल पार्क 748 वर्ग किलोमीटर में फैला है। यह छह हजार 800 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले खुले वन क्षेत्र का हिस्सा है। चीतों को लाने के बाद उन्हें सॉफ्ट रिलीज में रखा जाएगा। दो से तीन महीने बाड़े में रहेंगे। ताकि वे यहां के वातावरण में ढल जाए।
1948 में आखिरी बार देखा गया था
भारत में आखिरी बार चीता 1948 में देखा गया था। इसी वर्ष कोरिया राजा रामनुज सिंहदेव ने तीन चीतों का शिकार किया था। इसके बाद भारत में चीतों को नहीं देखा गया। इसके बाद 1952 में भारत में चीता प्रजाति की समाप्ति मानी।
1970 में एशियन चीते लाने की हु
भारत सरकार ने 1970 में एशियन चीतों को ईरान से लाने का प्रयास किया गया था। इसके लिए ईरान की सरकार से बातचीत भी की गई। लेकिन यह पहल सफल नहीं हो सकी। केंद्र सरकार की वर्तमान योजना के अनुसार पांच साल में 50 चीते लाए जाएंगे।