रजिस्ट्रेशन की तारीख को लेकर सैकड़ों ट्रेनिंग पार्टनर और लाखों छात्र हो रहे प्रभावित, सेक्रेटरी नहीं दे रहे ठोस जवाब
दैनिक सदभावना पाती
पूनम शर्मा / विनय वर्मा
दिल्ली/इंदौर। रोजगार के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय अवसर के लिए युवाओं को कौशल प्रदान करने के मकसद से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 शुरू की गई थी, जिसमें देशभर के लगभग 800 ट्रेनिंग पार्टनरों के माध्यम से लगभग 47 लाख छात्रों को योजना का लाभ मिलना था पर कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ़ स्किल डेवलॅपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप) की लापरवाही से योजना खटाई में जाती दिख रही है। मंत्रालय द्वारा रजिस्ट्रेशन की समय सीमा नहीं बढ़ाने से इस योजना को पलीता लग रहा है जिसके कारण लाखों छात्रों के साथ ट्रेनिंग पार्टनरों को करोड़ों रुपयों का आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0
दरअसल मिनिस्ट्री ऑफ़ स्किल डेवलॅपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप द्वारा छात्रों के इनरोलमेंट की समय सीमा 15 मार्च 2024 दी गई थी जबकि ट्रेनिंग पार्टनर को अलॉटमेंट का आवंटन ही 10 से 15 मार्च को हुआ इस कारण इस तारीख को 15 दिन आगे बढ़ाते हुए 31 मार्च 2024 अंतिम दिनांक तक कर दी गई, सिर्फ 15 दिन में हजारों छात्रों का प्रवेश, केवायसी, इनरोलमेंट इत्यादि संभव ही नहीं है।
ऐसी स्थिति में ट्रेनिंग पार्टनरों ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर, लैब, इक्विपमेंट, स्टाफ आदि में लाखों रूपये फंसा दिए हैं यदि इस तारीख में बदलाव नहीं होता है तो पूरे देश के सैकड़ों ट्रेनिंग पार्टनर का करोड़ों रुपयों का डूबना तय है और प्रवेशित लाखों छात्रों के समय का नुकसान होगा।
पूरे देश में अभी तक 200 से अधिक ट्रेनिंग पार्टनर इस सम्बन्ध में मंत्रालय से ईमेल, शिकायतों और सीधे अधिकारीयों से संपर्क कर चुके हैं पर उन्हें किसी भी स्तर से संतुष्टि का जवाब नहीं मिला है। सूत्रों के अनुसार हजारों की संख्या में ईमेल विभाग के केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मंत्रालय के जिम्मेदारों को किये गए हैं पर कोई जवाब नहीं मिल रहा है, दर्जनों ट्रेनिंग पार्टनर मंत्रायल में दर दर ठोकर खा रहे हैं।
क्या है योजना –
PMKVY के तहत देश के बेरोजगार युवा अपनी इच्छा अनुसार इलेक्ट्रॉनिक एवं हार्डवेयर, कंस्ट्रक्शन, फर्नीचर और फिटिंग, प्रोसेसिंग, हैंडीक्राफ्ट, जेम्स एवं ज्वेलरी और टेक्नोलॉजी जैसे करीब 60 से अधिक तकनीकी क्षेत्र आदि में प्रशिक्षण के विकल्प चुन सकता है और अपने नजदीकी PMKVY केंद्र में फ्री प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है।
इस सन्दर्भ में जब दैनिक सदभावना पाती ने मंत्रालय में संपर्क करने की कोशिश की तो किसी ने फ़ोन नहीं उठाया।
इंदौर में है लगभग 15 PMKVY के ट्रेनिंग पार्टनर-
इंदौर में PMKVY के लगभग 15 ट्रेनिंग पार्टनर हैं जिनको लगभग 20000 छात्रों को ट्रेनिंग के अलॉटमेंट का आवंटन हुआ है।