Mp news: 1229 करोड़ में संवरेगी सड़कें

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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बरसात से बर्बाद रास्तों के लिए बड़ी धनराशि की जरूरत

भोपाल। मौजूदा वित्तीय सत्र का पहला अनुपूरक बजट प्रस्ताव बुधवार को विधानसभा सत्र में पेश किया गया। इसके तहत 9784.95 करोड़ का बजट प्रावधान किया है। इसमें सबसे ज्यादा राशि लोक निर्माण विभाग यानी पीडब्लूडी के लिए प्रस्तावित है जिसे बरसात से बर्बाद हुई सड़कें सुधारने के लिए बड़ी धनराशि चाहिए. अब इस पर विधानसभा में चर्चा होगी। इसके बाद इसे पारित किया जाएगा।
अनुपूरक बजट में कृषि सड़क, बिजली पेयजल पोषण सहित अन्य अधोसंरचना से संबंधित विभागों के लिए ज्यादा राशि रखी गई- पहले अनुपूरक बजट में कृषि सड़क, बिजली पेयजल पोषण सहित अन्य अधोसंरचना से संबंधित विभागों के लिए ज्यादा राशि रखी गई है। इसके अलावा महिला एवं बाल और एनवीडीए के लिए राशि रखी गई है। लोक निर्माण विभाग यानि पीडब्ल्यूडी के लिए 1229 करोड़ प्रस्तावित हैं. इसमें से अधिकांश राशि खासतौर पर राज्य भर की बर्बाद सड़कें संवारने पर खर्च की जानी है.
इस बार प्रदेश में मानसून के सीजन में जोरदार बारिश हुई है जिसमें राज्यभर में कई हजार किमी सड़कें उखड़ चुकी हैं. विभाग को इनकी मरम्मत के लिए ही कई करोड़ रूपए की दरकार है. पहले अनुपूरक बजट को मिलाकर 2.88 लाख करोड़ पार का बजट हो जाएगा- बता दें कि मौजूदा वित्तीय वर्ष का मुख्य बजट 2.79 लाख करोड़ का है। सामान्यतः: सरकार एक वित्तीय सत्र में तीन अनुपूरक ले आती है। अभी पहले अनुपूरक बजट को मिलाकर 2.88 लाख करोड़ पार का बजट हो जाएगा।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।