मुख्यमंत्री चौहान ने पटवारियों की नियुक्तियां रोकी, ट्वीट कर दी जानकारी
कांग्रेस ने कहा सीबीआई जांच से कम कुछ भी मंजूर नहीं
MP Patwari Exam News in Hindi। भोपाल सहित पूरे प्रदेश में गुरुवार को पटवारी और अन्य भर्ती में गड़बड़ी के खिलाफ स्टूडेंट्स सडक़ पर उतर आए। भोपाल में भी कर्मचारी चयन मंडल के सामने बड़ी संख्या में पटवारी अभ्यर्थी जमा हुए। पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए 400 से ज्यादा अभ्यर्थी दफ्तर के गेट पर बैठ गए। मध्यप्रदेश बेरोजगार संघ के वाइस प्रेसिडेंट अजय पांडे ने कहा, 2017 के बाद से लगातार समस्याएं हो रही हैं। हमने शांतिपूर्ण तरीके से कलेक्टर को आवेदन दिया है। सात दिन का समय दिया है। अगर इस मामले में जांच नहीं हुई, तो हम एक सप्ताह बाद जंबूरी मैदान पर आंदोलन करेंगे। हम भोपाल से दिल्ली तक जाएंगे।
उधर, इंदौर में प्रदर्शनकारी छात्र तीन घंटे तक सडक़ पर ही बैठे रहे। घेराबंदी के चलते कलेक्टर ऑफिस इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। जाम लग गया। एसडीएम अंशुल खरे ज्ञापन लेने पहुंचे, लेकिन प्रदर्शनकारी कलेक्टर इलैयाराजा टी को ज्ञापन देते हुए छात्रों ने मांग की थी कि यदि पटवारी भर्ती में फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच नहीं हुई तो अगली बार सीएम हाउस का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि कानून बनाकर पेपर लीक के दोषी को उम्रकैद की सजा कराई जाए। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर ऑफिस के गेट पर रघुपति राघव राजा राम भजन गाया।
मुख्यमंत्री शिवराज ने पटवारियों की नियुक्तियां रोकी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पटवारियों की नियुक्तियां रोक दी है। ग्वालियर के एक ही सेंटर को लेकर के कथित पटवारी परीक्षा घोटाले को देखते हुए सीएम शिवराज ने यह फैसला किया है। अब सेंटर के रिजल्ट का फिर से परीक्षण किया जाएगा उसके बाद ही रिजल्ट जारी होगा। सीएम ने ट्वीट कर कहा है कि कर्मचारी चयन मंडल की समूह 2 उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेंटर के रिजल्ट पर संदेह जताया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं। सेंटर के परिणाम का फिर से परीक्षण किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव ने इस फैसले के पहले कर्मचारी चयन मंडल के दफ्तर में बैठक की।
याद रहे कि बीते सोमवार को पटवारी परीक्षा का नतीजा जारी किया गया था जिसके बाद ग्वालियर के 1 कॉलेज के 7 अभ्यर्थी टॉप 10 में शामिल हुए थे। इन सभी अभ्यर्थियों के दस्तखत हिंदी में थे यही नहीं जिस कॉलेज में सेंटर था उसके लगभग एक हजार बच्चे पटवारी परीक्षा में चयनित हुए थे। एक ही कॉलेज से सात टॉपर और 1000 बच्चे चयनित होने के बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया था। बाद में इंदौर सहित तमाम शहरों में नौजवानों ने इस परीक्षा परिणाम के विरोध में उग्र प्रदर्शन किया जिसे देखते हुए सरकार ने अब नियुक्तियों पर रोक लगा दी है।
प्रियंका गांधी बोलीं, सरकार जांच कराने से क्यों कतरा रही
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी मध्यप्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट में कहा, मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के शासन में एक बार फिर भर्ती में घोटाले की खबरें आ रही हैं। नौकरियों के लिए पदों की लाखों रुपए में बोली लगाए जाने की खबरें हैं। सरकार जांच कराने से क्यों कतरा रही है? भर्ती घोटालों से जुड़े होने के आरोप में भाजपा नेताओं का नाम ही क्यों सामने आता है? नौकरी के लिए भर्तियों में केवल घोटाले ही घोटाले हैं। भाजपा सरकार लाखों युवाओं का भविष्य अंधकार में क्यों डाल रही है? राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा विद्यार्थियों से उनका हक और युवाओं से रोजगार की चोरी कर रही है।
पटवारी परीक्षा परिणाम व्यापमं घोटाले का विस्तार: माकपा
पटवारी परीक्षा में एक ही सेंटर के सात उम्मीदवारों का टॉप 10 में आना व्यापमं घोटाले का विस्तार है। उल्लेखनीय है कि यह सेंटर एक विधायक के कॉलेज में था और विधायक कुछ समय पहले ही बसपा को छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने कहा कि इससे पहले कृषि विस्तार अधिकारी की परीक्षा में सारे दस टॉपर एक ही कॉलेज और एक ही जाति के थे।
तब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर उंगली उठी थी और फिर परीक्षा को रद्द करना पड़ा था। इस बार भी मामला ऐसा ही है। टॉप करने वाले सभी सात उम्मीदवारों की सीरीज एक ही है। पांच उम्मीदवारों ने हस्ताक्षर की जगह साफ साफ अक्षरों में अपना नाम लिखा है ताकि कोई भ्रम न रहे। इन्होंने सिर्फ अपना नाम लिखा है,सरनेम नहीं। माकपा नेता ने पटवारी परीक्षा के परिणामों को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करार देते हुए परीक्षा रद्द करने और इस परीक्षा में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
शिवराज सरकार, पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की सीबीआई से जांच कराएं : विभा पटेल
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के लिए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के बदले भ्रम फैला रहे हैं। उनमें हिम्मत है तो पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले की सीबीआई जांच कराएं। परीक्षा में मुख्य गड़बड़ी भाजपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा के कॉलेज में बनाए गए सेंटर में हुई है, नरोत्तम मिश्रा कांग्रेस पर दोषारोपण कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के लिए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के बदले भ्रम फैला रहे हैं। उनमें हिम्मत है तो पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले की सीबीआई जांच कराएं। परीक्षा में मुख्य गड़बड़ी भाजपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा के कॉलेज में बनाए गए सेंटर में हुई है, नरोत्तम मिश्रा कांग्रेस पर दोषारोपण कर रहे हैं।
पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाले के नाम पर पात्र युवाओं से उनका अधिकार छीना गया है, इसके लिए प्रदेश के नौजवान शिवराज सरकार को माफ नहीं करेंगे। श्रीमती विभा पटेल ने गृहमंत्री को स्मरण कराया है कि भाजपा सरकार के शासनकाल में व्यापमं. 1 और 2 हुआ। इसी सरकार के राज में पीएमटी परीक्षाओं में गड़बड़ी हुई तो डीमेट की आड़ में धनबल के उपयोग से मेडिकल कॉलेजों में सीटें कबाड़ी गई और खुले बाजार में बेची गईं।
नापतौल परीक्षा, पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा, नर्स भर्ती परीक्षा, सहायक विकास विस्तार अधिकारी (कृषि) समेत डाटा एंट्री ऑपरेटर आदि जैसी कई अन्य भर्ती परीक्षाओं में सुनियोजित तरीके से गड़बड़ी की गई। भाजपा सरकार के कार्यकाल में स्कूल-कॉलेज परीक्षाओं के पर्चे सर्वाधिक रूप में लीक हुए है। ये भी किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाने से पहले तथ्यों का परीक्षण कर लें, सत्यता का पता लगाएं, अनाप-शनाप न बोले।