यूजीसी ने इंडियन नॉलेज सिस्टम कोर्स किया शुरू, 31 जुलाई से लगेंगी ऑनलाइन कक्षाएं

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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भोपाल। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी छात्रों के लिए इंडियन नॉलेज सिस्टम (आइकेएस) कोर्स शुरू किया है। छात्र 31 जुलाई से इसकी ऑनलाइन क्लास कर सकेंगे। यह जानकारी यूजीसी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने ट्वीट करके दी है। उन्होंने बताया है कि कुछ दिन पहले यूजीसी ने इस कोर्स के लिए गाइडलाइंस जारी की थी। यूजीसी द्वारा तैयार गाइडलाइंस के अनुसार, आइकेएस कोर्स में भारतीय तर्कशास्त्र, भारतीय भाषा विज्ञान, इंडियन आर्किटेक्चर, भारतीय धातुकर्म, भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था जैसे विषय शामिल होंगे। गाइडलाइंस में कहा गया है कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को इस कोर्स से जोड़ा जाएगा।

आइकेएस का यह रहेगा सिलेबस
यूजीसी की तरफ से जारी गाइडलाइंस के अनुसार इस कोर्स में यूनिट मेजरमेंट, नंबर सिस्टम, अर्थमेटिक, एस्ट्रोनॉमी, नॉलेज फ्रेमवर्क, साइकोलॉजी और टाउन प्लानिंग जैसे टॉपिक्स पढ़ाए जाएंगे। इसके अलावा आर्किटेक्चर प्रोग्राम की भी पढ़ाई कर सकते हैं। इंडियन नॉलेज सिस्टम पर ऑनलाइन कोर्स तीन भागों में बांटे गए हैं। इसे इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मानविकी और सामाजिक विज्ञान सेक्शन में बांटा गया है।
वीडियो व्याख्यान की मिलेगी सुविधा
ऑनलाइन कोर्स में छात्रों को वीडियो लेक्चर, रीडिंग मटेरियल्स, सेल्फ असेसमेंट एग्जाम, आनलाइन डिस्कशन और डाउट क्लियरिंग फोरम की सुविधाएं मिलेंगी। छात्र इंडियन नॉलेज सिस्टम में फंडामेंटल प्रोग्राम कर सकते हैं।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।