उन्होंने कहा कि हमारे गुरुओं ने हमें साहस और सेवा की सीख दी है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बिना किसी संसाधन के हमारे भारत के लोग गए और अपने श्रम से सफलता के मुकाम हासिल किए। यही स्पिरिट आज नए भारत की स्पिरिट बन गई है। हमारे भारतीय डायस्पोरा को तो मैं हमेशा से भारत का राष्ट्रदूत मानता रहा हूं।
प्रधानमंत्री ने सिख प्रतिनिधिमंडल से कहा कि आप सभी भारत से बाहर, मां भारती की बुलंद आवाज हैं, बुलंद पहचान हैं। भारत की प्रगति देखकर आपका भी सीना चौड़ा होता है, आपका भी सिर गर्व से ऊंचा होता है।
‘गुरु नानकदेव ने पूरे राष्ट्र की चेतना को जगाया था’
‘दूसरे देशों के साथ रिश्तों की कड़ी है सिख समुदाय’
पीएम मोदी ने कहा कि मैं प्रवासी भारतीयों को हमेशा से भारत का ‘‘राष्ट्रदूत’’ मानता हूं। सिख परंपरा को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की जीवंत परंपरा बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरुओं ने आत्मसम्मान और मानव जीवन के गौरव का जो पाठ पढ़ाया, उसका प्रभाव हर सिख के जीवन में दिखता है।
प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई का उल्लेख करते हुए कहा कि इसकी शुरुआत में कई प्रकार के सवाल उठाए जा रहे थे, लेकिन आज भारत टीकों का ‘सबसे बड़ा सुरक्षा कवच’ तैयार करने वाला देश बनकर उभरा है। नया भारत नए आयामों को छू रहा है, पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के इसी कालखंड में भारत दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप इको-सिस्टम में से एक बनकर उभरा और उसके ‘यूनिकॉर्न’ की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया था कि उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग होंगे।