कोरोना वायरस कोविड-19 के लॉकडाउन के दौरान जाली नोट छापे जाने का खुलासा करते हुए पुलिस ने यहां बुधवार को एक मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षक को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से 2.53 लाख रुपए की जाली मुद्रा जब्त की गई है।नकली नोट बनाने वाला 12वीं पास है, आरोपी राजकुमार तायडे आजाद नगर इलाके में किराए के मकान में रहता है। वह एक माह से नकली नोट छाप रहा था। इसके बाद नकली नोट को इंदौर समेत आसपास के इलाकों में खपा देता था।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मनीष कपूरिया ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजरतन तायड़े (25) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि 12वीं तक पढ़ा तायड़े पेशे से मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षक है और कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन से पहले शहर के केसरबाग रोड स्थित एक क्लब में काम कर रहा था।
कपूरिया ने बताया, लॉकडाउन के दौरान तायड़े की नौकरी चली गई थी। इसके बाद उसने अपने घर में लैपटॉप, स्कैनर और प्रिंटर की मदद से जाली नोट छापना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि आरोपी के कब्जे से कुल 2.53 लाख रुपए के जाली नोट बरामद किए गए हैं।
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ऐसे बनाता था नकली नोट
आजाद नगर में राजकुमार अकेला रहता है। कमरे से पुलिस ने लैपटॉप, प्रिंटर और ए -4 साइज का हाई क्वालिटी का कागज जब्त किए हैं। इनकी मदद से 100 का पुराना नोट, 500, 2000 के नए नोट की काॅपी व स्कैन कर आगे-पीछे कलर प्रिंटर लेकर ग्लास कटर व स्कैल की मदद से हूबहू काटता था। इसके बाद प्रिंट कर लेता था। आरोपी ने पहले 100 रुपए के नोट बनाकर चलाए। इसके बाद 500 और 2000 के नोट छापना शुरू कर दिए।
बताया जाता है कि मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षक के खिलाफ मारपीट, धमकाने, जबरिया वसूली और ट्रक चोरी के आरोपों में तीन आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। जाली नोट के मामले में उसके खिलाफ विस्तृत जांच की जा रही है।
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