प्रदेश के लाखों कॉलेजों छात्रों के लिए खुशखबरी, विभाग ने लिया बड़ा फैसला

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

इसके तहत अब विभाग से जुड़ी कोई भी जानकारी आपको सोशल मीडिया के माध्यम से वाट्सअप पर सीधे मिलेगी।
भोपाल । मध्य प्रदेश के कॉलेज छात्रों के लिए बड़ी खबर है। अब उच्च शिक्षा विभाग से जुड़ी कोई भी खबर के लिए छात्रों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए विभाग डिजिटल तकनीक अपनाने जा रहा है, इसके तहत अब विभाग से जुड़ी कोई भी जानकारी आपको सोशल मीडिया के माध्यम से वाट्सअप पर सीधे मिलेगी।
दरअसल, उच्च शिक्षा विभाग कोई भी कॉलेज और छात्रों से संबंधित सूचना भेजता है तो वहां अधिकतर छात्रों तक नहीं पहुंचती है, इसका मुख्य कारण है विभाग से छात्रों का सीधा जुड़ाव ना होना और शासन की वेबसाइट पर ना पहुंचना। इसके लिए विभाग ने भोपाल-इंदौर समेत पूरे प्रदेश के छात्रों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना का प्लान बनाया है।

 [expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

इसकी जिम्मेदारी इंदौर के अग्रणी कॉलेज ओल्ड जीडीसी दी गई है, जो सभी कॉलेजों के प्राचार्यों का ग्रुप बनाएगा और प्राचार्य अपने कॉलेज में नोडल ऑफिसर को नियुक्त करेंगे । इसके तहत हर कॉलेज के प्राचार्यों और सभी छात्रों के वॉट्सएप ग्रुप बनार जोड़ा जाएगा।। इसके बाद सरकारी योजनाएं स्कॉलरशिप, संबल मेधावी और गांव की बेटी जैसी तमाम योजनाओं से जुड़े निर्देश इस पर साझा किए जाएंगे,ताकी छात्रों को आसानी से जानकारी मिल सके।
यूटीडी के 13 हजार से ज्यादा छात्रों को विभागवार ग्रुप बनाकर जोड़ने की जिम्मेदारी रजिस्ट्रार की रहेगी। यहां भी हर विभाग में एक-एक नोडल ऑफिसर बनाया जाएगा।इतना ही नहीं यह जानकारियां छात्रों तक पहुंच रही है या नहीं इसकी मॉनिटरिंग अग्रणी कॉलेज और हायर एजुकेशन के एडिशनल डायरेक्टर करेंगे, ताकी प्रदेश के एक-एक छात्र तक शासन के हर निर्देश व योजना पहुंचे। इस संबंध में प्रदेश सरकार की तरफ से निर्देश भी दिए गए है।

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
20 Comments