हरिद्वार में रोजाना 600 से अधिक नए कोरोनो वायरस मामलों की सूचना मिल रही है, कुंभ मेले में भाग लेने वाले प्रमुख अखाड़ों में से एक, निरंजनी अखाड़ा ने शनिवार को कुंभ मेले के समापन की घोषणा की.
श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के सचिव एवं मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने कुंभ मेले के समापन की घोषणा कर दी है.
उन्होंने कहा कि मुख्य शाही स्नान संपन्न हो गया है, उसके बाद अखाड़ों में बड़ी संख्या में संत और भक्तों में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हमारे अखाड़े ने 17 अप्रैल को कुम्भ समाप्त करने का निर्णय लिया है.
रविंद्र पुरी महाराज ने आगे यह भी कहा कि यह अखाड़ा परिषद का फैसला नहीं है यह हमारे अखाड़े का निजी फैसला है, अधिकतर अखाड़ों की यही राय है हमने अपने अखाड़े में कुम्भ समापन की घोषणा कर दी है.
अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए और उन्हें एम्स, ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है. हरिद्वार प्रशासन ने गुरुवार को जूना अखाड़ा में एक शिविर का आयोजन किया और लगभग 200 स्वैब सैंपल लिए गए.
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देहरादून के कैलाश अस्पताल में मध्य प्रदेश के महामंत्री निर्वाणी अखाड़े के प्रमुख स्वामी कपिल देव, की कोविड संक्रमण के कारण मंगलवार रात मृत्यु हो गयी. 65 वर्षीय स्वामी जी को उनकी हालत बिगड़ने के बाद 13 अप्रैल को हरिद्वार से देहरादून अस्पताल ले जाया गया था.
उत्तराखंड में अब तक 2,220 से अधिक नए कोरोना वायरस मामले दर्ज किए गए, जिसमें देहरादून और हरिद्वार जिले प्रमुख हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहे हैं.
कुंभ मेला 1 अप्रैल से शुरू हुआ था और इस महीने के अंत में समाप्त होना है. निरंजनी अखाड़े की घोषणा के बावजूद, जूना अखाड़े के प्रवक्ता नारायण गिरी जी ने कहा है कि जूना अखाड़ा का स्नान 27 अप्रैल को होगा.
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