National News – पीएम मोदी ने देश को समर्पित किया काशी कॉरिडोर, आज12 राज्यों के CM से मीटिंग

sadbhawnapaati
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यहां औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं’-मोदी

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया। 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी से विजयी होने के बाद मोदी ने इस प्रोजेक्ट का संकल्प लिया था, जो अब पूरा हुआ है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूं, देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं। काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है। मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं। हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है। भगवान विश्वेश्वर का आशीर्वाद, एक अलौकिक ऊर्जा यहाँ आते ही हमारी अंतर-आत्मा को जागृत कर देती है।

पीएम मोदी का काशी दौरा – क्या कहा देखें

विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का!ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का! ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का! भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का।

आप यहाँ जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे। आपको यहाँ अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा। कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं, इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं।

पहले यहाँ जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं। यानि पहले माँ गंगा का दर्शन-स्नान, और वहाँ से सीधे विश्वनाथ धाम।

आप यहाँ जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे। आपको यहाँ अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा। कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं, इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं।

पहले यहाँ जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं। यानि पहले माँ गंगा का दर्शन-स्नान, और वहाँ से सीधे विश्वनाथ धाम।

हमारे कारीगर, हमारे सिविल इंजीनयरिंग से जुड़े लोग, प्रशासन के लोग, वो परिवार जिनके यहां घर थे सभी का मैं अभिनंदन करता हूं। इन सबके साथ यूपी सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का भी अभिनंदन करता हूं जिन्होंने काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया।

यहाँ अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं! अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं। और अंग्रेजों के दौर में भी, हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं

आतातायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए! औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है। जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की! लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है।

काशी शब्दों का विषय नहीं है, संवेदनाओं की सृष्टि है। काशी वो है- जहां जागृति ही जीवन है! काशी वो है- जहां मृत्यु भी मंगल है! काशी वो है- जहां सत्य ही संस्कार है! काशी वो है- जहां प्रेम ही परंपरा है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने वाराणसी दौरे के दूसरे दिन आज चौबेपुर क्षेत्र के उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम में विहंगम योग के 98वें वार्षिकोत्सव में शामिल होंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री उमरहां में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री बनारस रेल इंजन कारखाना (BLW) में उत्तर प्रदेश, असम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा और उत्तराखंड के साथ ही बिहार और नागालैंड के उप मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।

सोमवार रात को 5 घंटे तक मंथन किया
प्रधानमंत्री ने सोमवार को गंगा आरती देखने के बाद लगभग 5 घंटे तक स्वामी विवेकानंद क्रूज पर मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों के साथ मंथन किया। इसे लेकर पुलिस और प्रशासन के स्तर से शहर भर में अतिरिक्त सतर्कता बरती गई। इस बैठक में भाजपा शासित राज्यों में डेवलपमेंट की स्थिति को लेकर चर्चा की गई, ऐसा कयास लगाया जा रहा है।

आज शाम दिल्ली रवाना होंगे प्रधानमंत्री

उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम 5:15 बजे के लगभग प्रधानमंत्री वहीं से बाबतपुर एयरपोर्ट जाएंगे। एयरपोर्ट से वह नई दिल्ली रवाना हो जाएंगे। स्वर्वेद महामंदिर धाम में प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर संत प्रवर विज्ञान देव महाराज ने कहा कि योग और अध्यात्म हमारे जीवन की जरूरत है। इसी से हमारी पहचान अनादि काल से पूरी दुनिया में है। धाम में प्रधानमंत्री का आगमन देश भर से आए हुए लोगों को सकारात्मक तरीके से प्रेरित करेगा।

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