नौजवान बिना काम के, किसान बिना दाम के, शिवराज जी आप किस काम के – कमलनाथ

sadbhawnapaati
9 Min Read

Contents
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ मंगलवार को देवास पहुंचे। यहां घर चलो घर घर चलो अभियान का शुभारंभ किया। गुटबाजी ने यहां भी कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ा और कमलनाथ के सामने ही दिग्विजय सिंह गुट के नेता शक्ति प्रदर्शन करते रहे। हालात ऐसे बने कि मंच से शहर कांग्रेस अध्यक्ष को कहना पड़ा कि ये अनुशासनहीनता होगा। तत्काल नारेबाजी बंद कर झंडे नीचे करो। दरअसल कांग्रेस पूरे प्रदेश में घर चलो घर घर चलो अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत कांग्रेसजन लोगों के घर जाकर उनको मप्र की भाजपा सरकार की नाकामियां गिनाएंगे और 15 महीने की कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां बताएंगे। 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस बड़े स्तर पर इस अभियान को चलाएगी ताकि जनता तक पहुंच सके जिसका लाभ चुनाव में मिले, लेकिन कांग्रेस के इस मंसूबे पर उनकी ही पार्टी के नेता पानी फेरते दिख रहे हैं क्योंकि भाषणों में एकजुटता की बातें करने वाले कांग्रेस नेता धरालत पर गुटों में बंटे हैं। देवास में भी यह दिखा।अभियान की शुरुआत के चलते पूर्व सीएम कमलनाथ मंगलवार दोपहर को देवास पहुंचे। देवास आगमन के बाद कमलनाथ सबसे पहले माता टेकरी पहुंचे। यहां माता तुलजा भवानी और चामुंडा मां के दर्शन पूजन कर भोपाल रोड स्थित मिलाप गार्डन पहुंचे जहां कार्यक्रम हो रहा था। टेकरी पर दर्शन के बाद कमलनाथ ने मीडिया से कहा कि आज से हमारा घर चलो घर घर चलो अभियान  शुरू हो रहा है। कई लोग हमारे घर में आ रहे हैं। क्योंकि ये संस्कृति का घर है। कांग्रेस का घर है। मैंने प्रार्थना की है और मां से आशीर्वाद मांगा है कि मप्र को सही पटरी पर लाएं। मप्र के नौजवानों का भविष्य सुरिक्षत रहे। पीड़ित किसानों के चेहरे पर मुस्कान आए। कमलनाथ ने कहा कि हमारा मुकाबला भाजपा से नहीं है बल्कि देश की संस्कृति को बचाने का मुकाबला है जिस संस्कृति पर हमला हो रहा है। आज के नौजवान में तड़प है। आज का नौजवान 20 साल पहले के नौजवान से अलग है। वह ठेका या कमीशन नहीं चाहता। वह व्यवसाय का मौका  चाहता है। हाथों को काम चाहता है। 15 साल बाद मप्र में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन भाजपा ने सौदेबाजी कर सरकार गिरा दी। मैं भी सौदा कर सकता था लेकिन मैं सौदे से कुर्सी नहीं बचाना चाहता था। मैं मप्र की पहचान सौदे से नहीं करवाना चाहता था। 15 महीने की सरकार में मुझे साढ़े 11 माह मिले।  इन साढ़े 11 माह में मैंने कौन सा गुनाह किया। 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। शिवराज जी चिल्लाते रहे कि कर्ज माफ नहीं किया लेकिन विधानसभा में आंकड़े पेश किए तो समझ गए। मैंने सौ रुपये में सौ यूनिट बिजली दी तो कौन सी गलती की। मैंने कौन सा पाप किया कि गौशाला बनाई जो 15 साल में नही बनी थी। कौन सी गलती कि जो पेंशन बढ़ाई।  शिवराज कहते हैं कि हमें हिसाब दीजिए तो मैं शिवराज जी से कहता हूं कि चाहे देवास आ जाओ या कहीं और। आप 18 साल का हिसाब देना और मैं साढ़े 11 माह का हिसाब दूंगा। मेरा आप सभी से यही निवेदन है कि हमारे मप्र को हम कैसे सुरक्षित रखें। कैसे किसानों के चेहरे पर मुस्कान आए। नौजवानों को काम मिले। कांग्रेस के कार्यक्रम में भीड़ भी अपेक्षित नहीं जुट सकी और जिस जगह कार्यक्रम हुआ वहां कई कुर्सियां खाली नजर आई। कांग्रेस संगठन का मिस मैनेजमेंट भी दिखा जिसकी चर्चा होती रही। इधर शहर में जो फ्लेक्स लगे थे उन पर प्रवेश अग्रवाल के नाम और फोटो ने नई बहस को जन्म दिया। बताया जा रहा है कि प्रवेश अग्रवाल ने ही कांग्रेस के पूरे कार्यक्रम का खर्च उठाया और बदले में वे देवास में राजनीतिक जमीन की उम्मीद रख रहे हैं। उनकी इस सक्रियता से देवास के नेता सकते में है क्योंकि दबीजुबान यह भी कहा जा रहा है कि देवास में यदि कांग्रेस ने प्रवेश अग्रवाल को मौका दे दिया तो स्थानीय नेताओं को राजनीतिक भविष्य क्या होगा। अब हर कोई यह पता लगाने में जुटा है कि आखिर कौन है प्रवेश अग्रवाल और किसके माध्यम से वे कांग्रेस में इंट्री कर रहे हैं। मंगलवार को कमलनाथ की मौजूदगी में अग्रवाल ने कांग्रेस की सदस्यता भी ग्रहण की। 

 

मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ मंगलवार को देवास पहुंचे। यहां घर चलो घर घर चलो अभियान का शुभारंभ किया। गुटबाजी ने यहां भी कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ा और कमलनाथ के सामने ही दिग्विजय सिंह गुट के नेता शक्ति प्रदर्शन करते रहे। हालात ऐसे बने कि मंच से शहर कांग्रेस अध्यक्ष को कहना पड़ा कि ये अनुशासनहीनता होगा। तत्काल नारेबाजी बंद कर झंडे नीचे करो। दरअसल कांग्रेस पूरे प्रदेश में घर चलो घर घर चलो अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत कांग्रेसजन लोगों के घर जाकर उनको मप्र की भाजपा सरकार की नाकामियां गिनाएंगे और 15 महीने की कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां बताएंगे। 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस बड़े स्तर पर इस अभियान को चलाएगी ताकि जनता तक पहुंच सके जिसका लाभ चुनाव में मिले, लेकिन कांग्रेस के इस मंसूबे पर उनकी ही पार्टी के नेता पानी फेरते दिख रहे हैं क्योंकि भाषणों में एकजुटता की बातें करने वाले कांग्रेस नेता धरालत पर गुटों में बंटे हैं। देवास में भी यह दिखा।

माता टेकरी पहुंचकर किए दर्शन

अभियान की शुरुआत के चलते पूर्व सीएम कमलनाथ मंगलवार दोपहर को देवास पहुंचे। देवास आगमन के बाद कमलनाथ सबसे पहले माता टेकरी पहुंचे। यहां माता तुलजा भवानी और चामुंडा मां के दर्शन पूजन कर भोपाल रोड स्थित मिलाप गार्डन पहुंचे जहां कार्यक्रम हो रहा था। टेकरी पर दर्शन के बाद कमलनाथ ने मीडिया से कहा कि आज से हमारा घर चलो घर घर चलो अभियान  शुरू हो रहा है। कई लोग हमारे घर में आ रहे हैं। क्योंकि ये संस्कृति का घर है। कांग्रेस का घर है। मैंने प्रार्थना की है और मां से आशीर्वाद मांगा है कि मप्र को सही पटरी पर लाएं। मप्र के नौजवानों का भविष्य सुरिक्षत रहे। पीड़ित किसानों के चेहरे पर मुस्कान आए। 

भाजपा का घर गोडसे का घर है
माता टेकरी पर दर्शन पूजन के बाद कमलनाथ भोपाल रोड स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंचे। यहां शुरुआती औपचारिकताओं के बाद कमलनाथ भाषण देने आए औऱ कहा कि आज आज घर चलो घर-घर चलो अभियान की शुरुआत है। ये घर महात्मा गांधी ,डॉक्टर अम्बेडकर,नेहरू जी और देश की संस्कृति का घर है। दिल जोड़ने का घर है, लेकिन हमारी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है। देश की संस्कृति को बचाना है। भाजपा का घर गोडसे का, बेरोजगार नौजवानों के घर है। भ्रष्टाचार का घर है। आज प्रश्न ये है कि हम मोदी के रास्ते पर चलना चाहते हैं या देश की संस्कृति को बचाने के रास्ते पर चलना चाहते हैं। मुख्यमंत्री रहते मैंने सरकार बचाने के लिए कोई सौदा नहीं किया। पन्द्रह महीने की सरकार में मैंने कौन सा गुनाह किया। किसानों का कर्जा माफ किया। कौन सी गलती की थी मैंने। प्रदेश को विकास की राह पर ले जाने का काम किया मैंने, तो क्या गलती कर दी। सीएम शिवराज सिंह चौहान पर प्रहार करते हुए कहा कि शिवराज जी आज नौजवान बिना काम के, किसान बिना दाम के, शिवराज जी आप किस काम के। आज मोदीजी राष्ट्रवाद का पाठ कांग्रेस को पढ़ा रहे हैं। मैं कहता हूं कि ये कितने बड़े कलाकार हैं। इस अवसर पर पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ,अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव सीपी मित्तल ,इस अभियान के संयोजक रवि जोशी ,विक्रांत भूरिया ,प्रह्लाद टिपानिया ,विधायक महेश परमार ,मनोज चावला ,हीरालाल अलावा ,संजय शुक्ला ,अशोक पटेल ,जयप्रकाश शास्त्री ,जय सिंह ठाकुर , शौक़त हुसैन ,कैलाश कुंडल आदि मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मनोज राजानी ने किया और आभार सुधीर शर्मा ने माना।

मैंने आखिर कौन सा गुनाह किया था…

कमलनाथ ने कहा कि हमारा मुकाबला भाजपा से नहीं है बल्कि देश की संस्कृति को बचाने का मुकाबला है जिस संस्कृति पर हमला हो रहा है। आज के नौजवान में तड़प है। आज का नौजवान 20 साल पहले के नौजवान से अलग है। वह ठेका या कमीशन नहीं चाहता। वह व्यवसाय का मौका  चाहता है। हाथों को काम चाहता है। 15 साल बाद मप्र में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन भाजपा ने सौदेबाजी कर सरकार गिरा दी। मैं भी सौदा कर सकता था लेकिन मैं सौदे से कुर्सी नहीं बचाना चाहता था। मैं मप्र की पहचान सौदे से नहीं करवाना चाहता था। 15 महीने की सरकार में मुझे साढ़े 11 माह मिले।  इन साढ़े 11 माह में मैंने कौन सा गुनाह किया। 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। शिवराज जी चिल्लाते रहे कि कर्ज माफ नहीं किया लेकिन विधानसभा में आंकड़े पेश किए तो समझ गए। मैंने सौ रुपये में सौ यूनिट बिजली दी तो कौन सी गलती की। मैंने कौन सा पाप किया कि गौशाला बनाई जो 15 साल में नही बनी थी। कौन सी गलती कि जो पेंशन बढ़ाई।  शिवराज कहते हैं कि हमें हिसाब दीजिए तो मैं शिवराज जी से कहता हूं कि चाहे देवास आ जाओ या कहीं और। आप 18 साल का हिसाब देना और मैं साढ़े 11 माह का हिसाब दूंगा। मेरा आप सभी से यही निवेदन है कि हमारे मप्र को हम कैसे सुरक्षित रखें। कैसे किसानों के चेहरे पर मुस्कान आए। नौजवानों को काम मिले। 

नजर आई अनुशासनहीनता और गुटबाजी
कांग्रेस के कार्यक्रम में अनुशासनहीनता और गुटबाजी भी नजर आई। दिग्वजयसिंह गुट के प्रदीप चौधरी शक्ति प्रदर्शन करते हुए लाव लश्कर के साथ कार्यक्रम स्थल पहुंचे। नारेबाजी करते रहे। मंच पर बैठे कमलनाथ के सामने ही यह सब चलता रहा। इस पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने मंच से समझाया लेकिन नहीं समझे। राजानी को कहना पड़ा कि नारेबाजी बंद करो, झंडे नीचे करो। ये अनुशासनहीनता है। इसके बाद कांग्रेसियों की इस हरकत की आलोचना भी हुई। देवास में 30 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी कांग्रेस का विधायक नहीं बन सका है और वजह गुटबाजी ही रही है। ऐसे में मंगलवार को हुआ घटनाक्रम नई बहस को जन्म दे गया। बता दें कि चौधरी ने विधायकी के ख्वाब पाले हुए हैं और इसी के चलते पिछले कोरोना काल से सक्रिय नजर आ रहे हैं। देवास में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का दबदबा है और उन्हीं के इर्दगिर्द यहां की राजनीति चलती है। ऐसे में ये गुटबाजी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए चिंता का सबब बनी हुई है।

नहीं जुटी उम्मीदानुरूप भीड़, दिखा मिस मैनेजमेंट

कांग्रेस के कार्यक्रम में भीड़ भी अपेक्षित नहीं जुट सकी और जिस जगह कार्यक्रम हुआ वहां कई कुर्सियां खाली नजर आई। कांग्रेस संगठन का मिस मैनेजमेंट भी दिखा जिसकी चर्चा होती रही। इधर शहर में जो फ्लेक्स लगे थे उन पर प्रवेश अग्रवाल के नाम और फोटो ने नई बहस को जन्म दिया। बताया जा रहा है कि प्रवेश अग्रवाल ने ही कांग्रेस के पूरे कार्यक्रम का खर्च उठाया और बदले में वे देवास में राजनीतिक जमीन की उम्मीद रख रहे हैं। उनकी इस सक्रियता से देवास के नेता सकते में है क्योंकि दबीजुबान यह भी कहा जा रहा है कि देवास में यदि कांग्रेस ने प्रवेश अग्रवाल को मौका दे दिया तो स्थानीय नेताओं को राजनीतिक भविष्य क्या होगा। अब हर कोई यह पता लगाने में जुटा है कि आखिर कौन है प्रवेश अग्रवाल और किसके माध्यम से वे कांग्रेस में इंट्री कर रहे हैं। मंगलवार को कमलनाथ की मौजूदगी में अग्रवाल ने कांग्रेस की सदस्यता भी ग्रहण की। 

Share This Article