राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश देंगे राजेंद्र माथुर स्मृति व्याख्यान ::
इन्दौर । हिंदी पत्रकारिता का तीर्थ कहे जाने वाले इन्दौर शहर से उन तमाम मूर्धन्य कलमकारों का गहरा नाता रहा है, जिनकी अमिट छाप आज भी हिंदी पत्रकारिता के भाल पर प्रकाशमान है। स्व. राजेंद्र माथुर का नाम विभूतियों में अग्रणी है।
यह हमारे लिए गौरव की बात है कि इन्दौर प्रेस क्लब जैसी प्रतिष्ठित संस्था स्थापना स्व. रज्जू बाबू ने की और नेतृत्व भी किया। स्व. रज्जू बाबू की स्मृति हम सबको श्रद्धाभाव के साथ गौरव की अनुभूति करवाती है।
इन्दौर प्रेस क्लब के कौस्तुभ जयंती वर्ष में उपस्थित हो रहे हमारे स्थापना दिवस और रज्जू बाबू के स्मृति दिवस को संयुक्त रूप से आयोजित करना हिंदी पत्रकारिता का उल्लेखनीय प्रसंग है।

इन्दौर प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने बताया कि इन्दौर प्रेस क्लब का 60वां स्थापना दिवस 9 अप्रैल 2022, शनिवार को मनाया जा रहा है। शनिवार सुबह 8 बजे माल्यार्पण पलासिया चौराहा स्थित स्व. रज्जू बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा।
स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम शाम 6 बजे जाल सभागृह में आयोजित होगा। राजेंद्र माथुर स्मृति व्याख्यान में इस बार ‘सोशल मीडिया के दौर में प्रिंट मीडिया कैसे बचाए अपना वजूद’ विषय पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश व्याख्यान देंगे।
विषय प्रवर्तन वरिष्ठ पत्रकार डॉ. हिमांशु द्विवेदी करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री आलोक मेहता करेंगे।
कलम की स्वर्णयात्रा पूर्ण करने वाले वरिष्ठजनों का सम्मान
इन्दौर प्रेस क्लब स्थापना दिवस समारोह में अत्यंत गौरवशाली प्रसंग भी जुड़ने जा रहा है। हम अपने उन वरिष्ठजनों का सम्मान करने जा रहे हैं, जिन्होंने पत्रकारिता के पांच दशक पूर्ण कर लिए हैं।
पत्रकारिता की स्वर्णिम यात्रा पूर्ण कर चुके हमारे अग्रज न सिर्फ इन्दौर बल्कि प्रदेश और देश के लिए भी गौरव के पात्र हैं। वरिष्ठजनों के सम्मान के साथ इस समारोह में स्व. बालाराव इंगले की स्मृति में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड भी प्रदान किया जाएगा।
जिन वरिष्ठजनों का सम्मान होना है उनमें पद्मश्री अभय छजलानी, विमल झांजरी, कृष्णकुमार अष्ठाना, उमेश रेखे, महेश जोशी, श्रवण गर्ग, सुरेश ताम्रकर, रवीन्द्र शुक्ला, श्रीकृष्ण बेडेकर, ब्रजभूषण चतुर्वेदी, शशिकांत शुक्ल, बहादुरसिंह गेहलोत, विद्यानंद बाकरे, कृष्णचंद दुबे, चंद्रप्रकाश गुप्ता, सतीश जोशी, चंदू जैन, गजानंद वर्मा, दिलीप गुप्ते, विक्रम कुमार और मदनलाल बम शामिल हैं।