इंदौर: तालाब में नहाने गए दो दोस्तों की डूबने से मौत, एक दोस्त डूब रहा था गहरे पानी में, उसे बचाने में दूसरा भी डूबा

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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तालाब में नहाने गए दो बच्चों को डूबने से मौत हो गई। पहले एक बच्चा गहरे पानी में गया था, जिसे बचाने के लिए दूसरा भी उतर गया। इसके बाद दोनों डूब गए। गोताखोरों की मदद से दोनों के शव निकाले गए।

घटना हातोद के तालाब की है। जानकारी के मुताबिक कुलदीप पिता जीवन मालवीय (12) अपने दोस्त बालकृष्ण उर्फ कानू पिता विकास मेहता (13) के साथ सोमवार दोपहर को खेलने के लिए गया था।

खेलते हुए दोनों पालिया के पास पहुंच गए। यहां पानी देख दोनों ने नहाने की सोची। इसके बाद दोनों नहाने के लिए नीचे उतर गए।
नहाने के दौरान अचानक कुलदीप गहराई में चला गया। उसे डूबता देख कानू भी उसकी ओर गया।
वह कुलदीप के पास पहुंच गया मगर वापस लौट नहीं पाया और इस तरह दोनों गहरे पानी में डूब गए। शाम को उधर से गुजर रहे ग्रामीणों ने तालाब के पास कपड़े पड़े देखे तो पुलिस को खबर की।
पुलिस पहुंची और रेस्क्यू किया। गोताखोरों की मदद से बच्चों को तलाशा। देर रात को दोनों के शव निकाले जा सके।
बताया गया कि कुलदीप के पिता हम्माली करते हैं। कुलदीप का एक छोटा भाई संदीप है। कानू घर का इकलौता लड़का था। उसकी दो बहनें हैं। उसका घर कुलदीप के घर के पास है।
कुलदीप सोमवार को उससे मिलने पहुंचा था। कानू के पिता भी मजदूरी करते हैं। सोमवार को दोनों दोस्त घर से बिना बताए ही गए थे, इसलिए किसी को भी पता नहीं चला कि कहां गए हैं।
काफी देर तक नहीं लौटने पर तलाश शुरू की, जिसके बाद पता चला कि दोनों तालाब में डूब गए हैं।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।