आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब में रोबोटिक इलेक्ट्रॉनिक-3डी प्रिंटिंग सीख सकेंगे स्कूली बच्चे

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

-अटल इनोवेशन मिशन के तहत चुनिंदा विद्यालयों में बनाई जा रही अटल टिंकरिंग लैब
अटल इनोवेशन मिशन के तहत चुनिंदा विद्यालयों में अटल टिंकरिंग लैब बनाई जा रही है, जिसमें सरकारी और निजी स्कूलों का चयन किया जा रहा है। जहां लैब में विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के बारे में बताया जाएगा। साथ ही रोबोडिट इलेक्ट्रॉनिक-3डी कंप्यूटर प्रिंटिंग और इमेजिंग के बारे में सिखाएंगे।
लैब में उपकरण खरीदने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से स्कूलों को अनुदान भी दिया जा है। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि विद्यार्थियों का विज्ञान के प्रति रुझान बना रहे, साथ ही छोटी उम्र से ही आधुनिक तकनीकी के बारे में समझाया जा सके।
प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में नारलाई रंगवासा ग्राम के एक स्कूल को चुना है। श्री हरि योम कन्या विद्यालय में लैब बनाई जा रही है, जो पिछले साल अक्टूबर से चल रही है।
दस लाख का बजट मिला है। छठी से लेकर बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों में से कुछ छात्र-छात्राओं को चुनना है। बाद में इन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में समझाया व पढ़ाया जा सके। लैब में रोबोटिक, इलेक्ट्रॉनिक,विज्ञान, 3ष्ठ कंप्यूटर प्रिंटिंग सहित कई विषयों के बारे में सिखाया जाएगा।
विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं में हिस्सा लेने का मौका भी मिलेगा। साथ ही लैब में तैयार उपकरण की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। ये सारे आयोजन नीति आयोग के निर्देश पर होंगे। विजेताओं को वित्तीय सहायता भी मिलेगी।
दस लाख बच्चों को करना है तैयार
 नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के तहत बन रही अटल टिंकरिंग लैब में बच्चों को विज्ञान प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग और गणित के प्रति एक प्राकृतिक संबंध भी विकसित करना है।
ताकि इन्हें आइटी-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में आगे बढ़ाया जा सके। इस लैब के माध्यम में देशभर से करीब दस लाख विद्यार्थियों को तैयार करना है। इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा भी सभी लैब का हर साल निरीक्षण किया जाएगा।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।