Education News. राष्ट्रीय महिला आयोग ने केरल में नीट यूजी 2022 परीक्षा से पहले स्क्रीनिंग के दौरान कई छात्राओं को अपने इनरवियर को उतारने के लिए मजबूर किए जाने के मामले को गंभीरता से लिया है।
आयोग ने मामले में संज्ञान लेते हुए समयबद्ध रिपोर्ट तलब की है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा कि यह घटना बेटियों के मान- सम्मान के लिए शर्मनाक और अपमानजनक है।
नीट यूजी 2022 की परीक्षा रविवार, 17 जुलाई को देश-विदेश के 550 से अधिक शहरों में आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए 18.72 लाख उम्मीदवार पंजीकृत थे।
इनमें से करीब 10 लाख छात्राएं हैं। परीक्षा के दौरान केरल के कोल्लम स्थित एक निजी परीक्षा केंद्र पर यह प्रकरण सामने आया है। मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी आक्रोश देखा गया है। अब मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है और कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं।
एनटीए प्रमुख को स्वतंत्र जांच के निर्देश
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के चेयरमैन विनीत जोशी को छात्राओं द्वारा लगाए गए आरोपों की स्वतंत्र जांच करने और जिम्मेदारों के खिलाफ कानून के अनुसार उचित कार्रवाई करने के लिए लिखा है। आयोग ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से मामले की समयबद्ध जांच की भी मांग की है।
पांच आरोपी गिरफ्तार
केरल में छात्राओं को अपने इनरवियर को उतारने के लिए मजबूर करने वाली पांच आरोपी महिलाएं गिरफ्तार कर ली गई हैं। केरल पुलिस ने यह जानकारी दी है।
केरल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच कर रही टीम द्वारा पूछताछ के बाद पांचों महिलाओं को गिरफ्तार किया गया।
इनमें से तीन महिलाएं एनटीए द्वारा किराए पर ली गई एक एजेंसी के लिए काम करती थीं, दो कोल्लम के अयूर में निजी शैक्षणिक संस्थान के लिए काम करती थीं, जहां यह घटना हुई थी।
पुलिस ने कहा कि आईपीसी की धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक दबाव) और 509 (महिला के शील का अपमान करने का इरादा) को जोड़ा गया है।