– लगातार महंगा हो रहा दूध, वर्षाकाल में भी सस्ती नहीं हुई सब्जियां
सामान्यतः: वर्षाकाल में दूध के दाम कम होते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। दाम घटने के बजाय बढ़ गए। सांची ने 2 रुपए लीटर दूध के दाम बढ़ा दिए हैं। वहीं निजी दूध विक्रेता भी दाम बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं
सिर्फ पशुआहार के दाम ही नहीं बढ़े पशुओं के दाम में लगभग दोगुना हो गए हैं। ऐसे में दूध विक्रेताओं का कहना है की हमारे पास दूध के दाम बढ़ाना ही एकमात्र विकल्प है।
चार माह में गेहूं के दाम में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है। चार माह पहले 2500-2700 रुपए बिकने वाला गेहूं वर्तमान में 3200 से 3500 रुपये बिक रहा है। व्यापारियों के मुताबिक गेहूं के दाम में इसके पहले कभी इतनी तेजी नहीं देखी गई।
गेहूं के दाम अपने सर्वोच्च स्तर पर है। चावल के दाम में भी तेजी है। व्यापारियों के मुताबिक पिछले दो माह में 10 रुपये प्रति किलो तक बढ़ोतरी हो चुकी है और यह जारी है। लगभग सभी किस्म के चावल के दाम बढ़े हैं।
सामान्यत: वर्षाकाल में सब्जियों का उत्पादन बढ़ता है और दाम कम हो जाते हैं लेकिन महंगाई का असर इस पर भी है। पर्याप्त वर्षा के बावजूद बाजार में सब्जियां महंगी हैं।
सब्जियों की आवक कम होने से दाम में बढ़ोतरी हो रही है। आढ़तियों के मुताबिक लागत में बढ़ोतरी की वजह से थोक बाजार में सब्जियों के दाम करीब 30 प्रतिशत बढ़ गए हैं। इसके चलते खरेची दाम बढ़े हैं।