भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने रेलवे के साथ मिलकर तीर्थ यात्रियों के लिए विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की 10 औन नई ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह 25 सितंबर से प्रारंभ होंगी। ट्रेन में यात्रा के साथ ही सभी तरह की सुविधा के साथ खाने तक व्यवस्था की जाएगी।
होशंगाबाद से अयोध्या (वाराणसी काशी), खंडवा से द्वारका सोमनाथ और नीमच से (वाराणसी) अयोध्या की ट्रेन 25 सितंबर को जाएगी। उमरिया से रामेश्वरम और छतरपुर से जगन्नाथपुरी की ट्रेन 26 सितंबर को तीर्थ यात्रियों को लेकर जाएगी। शिवपुरी से कामाख्या, मुरैना से रामेश्वरम, बैतूल से अयोध्या वाराणसी, डॉक्टर अंबेडकर नगर महू से तिरुपति और बालाघाट से जगन्नाथपुरी की तीर्थ दर्शन ट्रेन 6 अक्टूबर को रवाना होगी।
नर्मदापुरम से अयोध्या (वाराणसी काशी) ट्रेन में नर्मदापुरम, भोपाल और सागर के तीर्थ यात्री, खंडवा से द्वारका सोमनाथ ट्रेन में खंडवा, खरगोन, झाबुआ और अलीराजपुर के तीर्थ यात्री, नीमच से अयोध्या वाराणसी ट्रेन में नीमच, मंदसौर और रतलाम के तीर्थ यात्री, उमरिया से रामेश्वरम ट्रेन में उमरिया, शहडोल और अनूपपुर के तीर्थ यात्री, छतरपुर से जगन्नाथ पुरी की ट्रेन में छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और विदिशा के तीर्थ यात्री शामिल होंगे।
6 अक्टूबर से चलने वाली शिवपुरी से कामाख्या की ट्रेन में शिवपुरी, श्योपुर, गुना और अशोकनगर के तीर्थ यात्री, मुरैना से रामेश्वरम ट्रेन में मुरैना, ग्वालियर और दतिया के तीर्थ यात्री, बैतूल से अयोध्या वाराणसी काशी ट्रेन में बैतूल, विदिशा और सीहोर के तीर्थ यात्री, डॉक्टर अंबेडकर नगर महू से तिरुपति ट्रेन में इंदौर, धार और उज्जैन के तीर्थ यात्री एवं बालाघाट से जगन्नाथपुरी ट्रेन में बालाघाट, मंडला, जबलपुर और डिंडोरी के तीर्थयात्री शामिल होंगे।
यह कर सकेंगे यात्रा
प्रदेश के 60 वर्ष के पुरुष और 58 वर्ष की महिला या उससे अधिक आयु के नागरिक जो आयकर दाता नहीं है, इस योजना में तीर्थ दर्शन कर सकते है। आवेदन संबंधित जिले निकटतम तहसील, स्थानीय निकाय, जनपद कार्यालय या कलेक्ट्रेट द्वारा निर्धारित अन्य विज्ञप्ति स्थानों पर जमा किए जा सकेंगे। यात्रियों का चयन संबंधित जिले के कलेक्टर द्वारा किया जाएगा। यात्रा के दौरान यात्रियों को भोजन, नाश्ता, चाय, रुकने की व्यवस्था, तीर्थ दर्शन तक बसों से जाने, वापस ट्रेन में लाने और गाइड की व्यवस्था आईआरसीटीसी करेगा।
प्रदेश के 60 वर्ष के पुरुष और 58 वर्ष की महिला या उससे अधिक आयु के नागरिक जो आयकर दाता नहीं है, इस योजना में तीर्थ दर्शन कर सकते है। आवेदन संबंधित जिले निकटतम तहसील, स्थानीय निकाय, जनपद कार्यालय या कलेक्ट्रेट द्वारा निर्धारित अन्य विज्ञप्ति स्थानों पर जमा किए जा सकेंगे। यात्रियों का चयन संबंधित जिले के कलेक्टर द्वारा किया जाएगा। यात्रा के दौरान यात्रियों को भोजन, नाश्ता, चाय, रुकने की व्यवस्था, तीर्थ दर्शन तक बसों से जाने, वापस ट्रेन में लाने और गाइड की व्यवस्था आईआरसीटीसी करेगा।
यात्रा से पहले यह दिए जाएंगे
तीर्थयात्रियों को तुलसी माला और स्मृति चिन्ह दिए जाएंगे। तीर्थ यात्रियों के लिए भजन मंडली की व्यवस्था और भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा। यात्रियों को मौसम के अनुरूप कपड़े, ऊनी वस्त्र, व्यक्तिगत उपयोग की सामग्री, कंबल, चादर, तौलिया, साबुन, कंघा, दाढ़ी बनाने का सामान आदि साथ में रखना होगा। तीर्थयात्रियों को अपने साथ ओरिजिनल आधार कार्ड, वोटर कार्ड और कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी भी अनिवार्य रूप से रखना जरूरी है।
तीर्थयात्रियों को तुलसी माला और स्मृति चिन्ह दिए जाएंगे। तीर्थ यात्रियों के लिए भजन मंडली की व्यवस्था और भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा। यात्रियों को मौसम के अनुरूप कपड़े, ऊनी वस्त्र, व्यक्तिगत उपयोग की सामग्री, कंबल, चादर, तौलिया, साबुन, कंघा, दाढ़ी बनाने का सामान आदि साथ में रखना होगा। तीर्थयात्रियों को अपने साथ ओरिजिनल आधार कार्ड, वोटर कार्ड और कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी भी अनिवार्य रूप से रखना जरूरी है।