पुरानी पेंशन योजना की बहाली पर कमलनाथ की घोषणा

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sadbhawnapaati
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गृह मंत्री मिश्रा का तंज- कसमे.. वादे..प्यार ..वफ़ा सब आपकी बाते है…बातों का क्या

भोपाल. राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब और झारखंड में पुरानी पेंशन योजना लागू करने के बाद अब देशभर में इसकी बहाली की मांग दिनों दिन तेज होती जा रही है। एक तरफ सत्ता में आने के बाद कांग्रेस द्वारा वादे को पूरा करते हुए हिमाचल प्रदेश में भी इसे लागू करने की तैयारियां शुरू हो गई है, वही दूसरी तरफ अब मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने अपना दांव खेलते हुए इसे लागू करने का ऐलान कर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घोषणा की है कि एमपी में कांग्रेस की सरकार बनते ही पुरानी पेंशन योजना को दोबारा से लागू किया जाएगा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि शिवराज सरकार द्वारा बंद की गई सरकारी कर्मचारियों की पेंशन को मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही फिर बहाल किया जाएगा।

कमलनाथ द्वारा रोज की जा रही घोषणाओं को लेकर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने फिल्मी अंदाज में तंज़ कसा है। उन्होंने कहा है कमलनाथ आपके कसमे..वादे ..प्यार…वफ़ा सब बातें है, बातो का क्या। जनता आपका सच जानती है। कांठ कि हांडी वैसे भी एक बार ही चढ़ती है और वह चढ़ चुकी है।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि चुनाव निकट आते ही कमलनाथ फिर से झूठी घोषणाएं करने में जुट गए है। कल कहा था कि हमारी सरकार बनी तो किसानों का कर्ज माफ करेंगे ,आज कह रहे है कि कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कर देंगे।
इससे पहले भी वह कई घोषणाएं कर चुके है। लगता है कमलनाथ भूल गए है कि कांठ की हांडी, एक बार ही चढ़ती है और वह चढ़ चुकी हैं। अब आपके लगातार झूठ बोलने से प्रदेश कि जनता भ्रमित नही होने वाली है। “झूठ बोले. कौआ काटे ” जैसी स्थिति बना रहे है आप।
गृह मंत्री ने कहा कमलनाथ आपकी रोज नई नई घोषणाओं से तो एक पिक्चर का गाना याद आ जाता है..”कसमे.. वादे..प्यार ..वफ़ा सब आपकी बाते है…बातों का क्या।” इसी गाने की तर्ज़ पर आपने पिछली बार भी बहुत सारे वादे किए थे, लेकिन सत्ता मिलते ही इन्हें आपने किस तरह भुला दिया था, यह प्रदेश की जनता आज तक भूली नही है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।