बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से मानसून एक दिन में ही पूरे प्रदेश में छा गया
MP News। वर्षा सीजन के 26 दिन बीत गए हैं। इन 26 दिनों में खंड बारिश का दौर रहा। बादल राजधानी के ऊपर ज्यादा मेहरबान रहे हैं। चक्रवातीय तूफान व स्थानीय प्रभाव से औसत बारिश के कोटे को टॉपअप मिला है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र झारखंड के ऊपर पहुंच गया है। इसके असर से झमाझम बारिश के आसार हैं। अगले 72 घंटों में मानसून की झमाझम बारिश के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से मानसून एक दिन में ही पूरे प्रदेश में छा गया, इसकी आमद धमाकेदार नहीं नहीं हुई। हल्की बारिश व बूंदाबांदी के साथ इसका आगमन हुआ है। मानसून आने के बाद दो दिन सूखे बीत गए, जिसके चलते लोग गर्मी से बेहाल हैं।
तीन दिन यहां भारी से अति भारी बारिश का अनुमान
मंगलवार और बुधवार को बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा में अति भारी बारिश। विदिशा, रायसेन, सीहोर, भोपाल, राजगढ़, नर्मदापुरम, रतलाम, उज्जैन, देवास, गुना, अशोकनगर, रीवा, सतना, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, बालाघाट, पन्ना, दमोह और सागर में भारी बारिश होने की संभावना है। 28 जून को आगर, मंदसौर, गुना, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ में भारी बारिश हो सकती है। 29 जून को शाजापुर और आगर जिले में अति भारी बारिश की संभावना। विदिशा, सीहोर, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, नीमच, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भारी बारिश हो सकती है।
मंगलवार और बुधवार को बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा में अति भारी बारिश। विदिशा, रायसेन, सीहोर, भोपाल, राजगढ़, नर्मदापुरम, रतलाम, उज्जैन, देवास, गुना, अशोकनगर, रीवा, सतना, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, बालाघाट, पन्ना, दमोह और सागर में भारी बारिश होने की संभावना है। 28 जून को आगर, मंदसौर, गुना, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ में भारी बारिश हो सकती है। 29 जून को शाजापुर और आगर जिले में अति भारी बारिश की संभावना। विदिशा, सीहोर, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, नीमच, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भारी बारिश हो सकती है।
इन कारणों से बन रहे झमाझम के आसार
बंगाल की खाड़ी से आया कम दबाव का क्षेत्र झारखंड व उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर सक्रिय है। यह दो दिन के भीतर उत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर सक्रिय होगा। मानसून का यह पहला सिस्टम है। पूर्व से पश्चिमी तक एक ट्रफ लाइन बनी है, जो हरियाणा होते हुए जा रही है। गुजरात में आफ शोर ट्रफ बनी है। इससे अरब सागर से भी नमी आ रही है। इन सभी सिस्टम से ग्वालियर-चंबल संभाग में मानसून की झमाझम बारिश की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी से आया कम दबाव का क्षेत्र झारखंड व उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर सक्रिय है। यह दो दिन के भीतर उत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर सक्रिय होगा। मानसून का यह पहला सिस्टम है। पूर्व से पश्चिमी तक एक ट्रफ लाइन बनी है, जो हरियाणा होते हुए जा रही है। गुजरात में आफ शोर ट्रफ बनी है। इससे अरब सागर से भी नमी आ रही है। इन सभी सिस्टम से ग्वालियर-चंबल संभाग में मानसून की झमाझम बारिश की संभावना है।