MP News in Hindi। मध्यप्रदेश में युवा इन दिनों बेरोजगारी से खासे परेशान नजर आ रहे हैं। यही कारण है कि, अब युवा अलग-अलग तरह के विरोध प्रदर्शनों का सहारा भी लेते नजर आ रहे हैं। प्रदेश में नगर निगम चुनाव की हलचल है।
ऐसे में युवा मतदाताओं का मूड किसी भी दल, या किसी भी प्रत्याशी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन ऐसे में मध्यप्रदेश के बेरोजगार युवाओं ने बड़ा कदम उठाते हुए, अहम फैसला लिया है।
प्रदेशभर में बेरोजगार युवाओं ने बड़ा अभियान छेड़ते हुए नोटा के समर्थन की अपील की है। साथ ही युवाओं ने जगह-जगह एमपीपीएससी-2019 लापता के पोस्टर भी लगा दिए हैं।
बेरोजगार युवाओं की माने तो मध्यप्रदेश में पिछले 4 सालो में कोई भी भर्ती बिना किसी विवाद के पूर्ण नहीं हो पाई है। एमपीपीएससी और व्यापम की भर्तियां अटकी है, और न तो सरकार और न संस्थाए ध्यान दे रही है।
5 सालों में अभ्यर्थी जिन्होंने कोविड जैसी महामारी का भी दौर देखा है, ऐसी परिस्थिति में आर्थिक और मानसिक समस्या का सामना कर रहे हैं।
NOTA के समर्थन का ये है प्रमुख कारण
बेरोजगार युवाओं की माने तो परिवार नौकरी का इंतज़ार कर रहा है, हमारा सब्र टूटने लगा है। बेवजह हर भर्ती को उलझाकर भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा, लगातार रोजगार की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है, और सरकार के साथ ही संस्थाओं की मौन की स्थिति को देखते हुए, हमारे पास केवल और केवल चुनाव में NOTA का विकल्प रहा है।
ये है बेरोजगार युवाओं की प्रमुख मांग
बेरोजगार से परेशान युवाओं की प्रमुख मांगों पर नजर डाले तो इसमें 5 सालों में जितनी नौकरियों की घोषणा की गई, उनपर अमल हो, अटकी भर्ती जैसे एमपीपीएससी 2019, 2020, 2021 और व्यपाम की भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ाकर तय समय पर पूर्ण करें।
एमपी में जो बेरोजगारी की समस्या बनी है, उसपर ध्यान दिया जाए, चुनावों में युवाओं के रोजगार के मुद्दे शामिल किए जाए।प्रस्तावित भर्तियां पटवारी, एमपीपीएससी आदि जल्द से जल्द घोषणा की जाए।