Dabur ने वापस लिया लेस्बियन कपल एड, नरोत्तम ने दी थी चेतावनी

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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mp News डाबर कंपनी ने अपने विवादास्पद विज्ञापन को वापिस ले लिया है। करवाचौथ 2021 के दिन जारी हुए विज्ञापन पर उठे बवाल के बाद ये निर्णय लिया गया। इस विज्ञापन में एक समलैंगिक जोड़े को करवा चौथ मनाते हुए दिखाया गया था, जिसके बाद लोगों को गुस्सा फूट पड़ा था। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की बात कही थी।
ये ब्लीचिंग क्रीम का एड था और अब इसे वापिस लेते हुए डाबर कंपनी ने ट्वीट करते हुए लिखा है “फेम करवाचौथ कैंपेन को सभी सोशल मीडिया हैंडल से वापिस लिया जा रहा है और हम अनजाने में लोगों की भावनाएं आहत करने के लिए बिना किसी शर्त के माफी मांगते हैं।” इसी के साथ एक अन्य ट्वीट में कंपनी ने लिखा है कि “डाबर और फेम विभिन्नता का समावेश और समानता में विश्वास करते हैं। हमें इन मूल्यों पर गर्व है लेकिन हम ये भी समझते हैं कि सभी हमारे साथ एकमत नहीं हो सकते। हम असहमति का सम्मान करते हैं और हमारा उद्देश्य किसी के भी विश्वास, भावनाओं, परंपराओं और धार्मिक मूल्यों का अपमान करना नहीं है। अगर हमने अनजाने में किसी व्यक्ति या संस्था की भावनाओं को आहत किया है, तो इसके लिए माफी मांगते हैं। हम उनका भी शुक्रिया अदा करते हैं जिन्होने इस कैंपेन में हमारा साथ दिया।”
बता दें कि डाबर के इस विज्ञापन में दो युवतियों को अपने पहले करवा चौथ की तैयारी करते हुए दिखाई दे रही हैं। इसमें एक युवती दूसरी युवती के चेहरे पर ब्लीच लगा रही है और दोनों त्योहार के महत्व और इसके पीछे के कारणों पर चर्चा करती हुई नजर आ रही हैं। इस बीच एक और महिला इन दोनों की बातचीत में शामिल हो जाती हैं और दोनों को रात की पूजा में पहनने के लिए साड़ी देती है। विज्ञापन के अंतिम भाग में ये बात समझ आती है कि वो दोनों युवतिया दरअसल लेस्बियन कपल है और उन्होने एक दूसरे के लिए व्रत रखा है। यह विज्ञापन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और इसके बाद अधिकांश लोगों ने इसे लेकर घोर नाराजगी जाहिर की। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी इसे लेकर कार्रवाई की चेतावनी दी थी। बहरहाल, डाबर ने मामले को विराम देते हुए विज्ञापन वापिस ले लिया है और सभी से माफी भी मांगी है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।