DAVV: CET में शामिल कोर्सेस की खाली सीटों पर 23 से दोबारा होंगे रजिस्ट्रेशन,NEET JEE छात्रों को मौका

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

देवी अहिल्या विवि के सीईटी में शामिल कोर्सेस की खाली सीटों पर 23 अक्टूबर से एडमिशन के लिए दोबारा रजिस्ट्रेशन होंगे। नए छात्र भी रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। इस बार यूनिवर्सिटी टीचिंग विभागों के सारे कोर्स में बीकॉम ऑनर्स की डिमांड सबसे ज्यादा रही। यह 91.59% पर बंद हुआ। यानी इस कोर्स का कट ऑफ 90% से ऊपर रहा। वहीं 5 साल के इंटीग्रेटेड कोर्स एमबीए एमएस का कट ऑफ 89.7 और बीए एलएलबी का 88.2 प्रतिशत रहा। बीए ऑनर्स का कट ऑफ भी 87.48% रहा। वहीं पीजी कोर्स में एमबीए फायनेंस का कट ऑफ सर्वाधिक 83.09, एमबीए एमएम का 80.39 और एमबीए एचआर का कट ऑफ 79.67% रहा। पुराने छात्रों के लिए सिर्फ च्वॉइस फिलिंग यूनिवर्सिटी जल्द खाली सीटों की संख्या जारी करेगी। इसके बाद नए और पुराने छात्र चॉइस फिलिंग करेंगे। इसके बाद मेरिट आधार पर छात्रों को पसंद का कोर्स अलॉट होगा।

इस बार सीईटी कोर्स के लिए 10 हजार 80 आवेदन आए थे। यह पिछले साल से साढ़े 7 हजार कम थे। नीट और जेईई : शहर के दो छात्र दे सकेंगे परीक्षा कोरोना के कारण परीक्षा में शामिल होने से चूके छात्रों को जेईई एडवांस्ड और नीट के लिए एक बार फिर मौका मिलेगा। एनटीए ने जहां नीट दोबारा करवाने का फैसला लिया है, वहीं जेईई एडवांस्ड में छात्र अगले साल शामिल हो सकेंगे। जानकारी के अनुसार एनटीए द्वारा 16 अक्टूबर को नीट आयोजित की जा रही है। शहर के स्कूल को बनाए गए परीक्षा केंद्र पर एक छात्र इस परीक्षा में शामिल होगा। वहीं अगले साल होने वाली जेईई एडवांस्ड में शहर के कुलदीप उपाध्याय को शामिल होने का मौका दिया जाएगा। कोरोना के कारण कुलदीप इस साल जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे। उन्हें परीक्षा का मौका दिए बगैर जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट जारी किए जाने पर कुलदीप ने हाई कोर्ट की इंदौर बेंच में केस भी दाखिल किया था। कुलदीप के भाई पलाश ने बताया नियमों के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव छात्र को परीक्षा देने से वंचित नहीं किया जा सकता था, इसलिए केस लगाया था।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
13 Comments