Davv Exam Update : कोरोना के चलते DAVV के सभी कॉलेज बनेंगे परीक्षा केंद्र, आईआईएम इंदौर का पाठ्यक्रम तीसरे स्थान पर

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पहली बार सभी कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाएगी यूनिवर्सिटी, कोरोना सेंटर भी बनेंगे

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की मई में प्रस्तावित यूजी-पीजी की फाइनल परीक्षा के लिए पहली बार सभी कॉलेजों को केंद्र बनाया जाएगा। इससे कोरोना गाइडलाइन का पालन हो सकेगा। कम से कम आधा दर्जन कोरोना सेंटर भी बनाए जाएंगे। बीकॉम, बीए और बीएससी फाइनल तथा एमकॉम, एमए, एमएससी फाइनल सेमेस्टर और फाइनल ईयर की ऑनलाइन परीक्षा मई में प्रस्तावित है। हालांकि उस दौरान पहले महामारी की स्थिति कैसी रहेगी, पहले इसे आंका जाएगा। यूनिवर्सिटी की यूजी फाइनल की परीक्षाओं में 58 हजार, जबकि पीजी फाइनल में 11 हजार छात्र बैठेंगे।

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बीबीए-बीसीए फाइनल सेमेस्टर और एमबीए फाइनल सेमेस्टर की भी परीक्षा साथ होगी। इसमें लगभग 10 हजार छात्र शामिल होंगे। हर साल इनके लिए 70 से 80 सेंटर बनते हैं। इस बार 125 की तैयारी है। सारे सरकारी, अनुदान प्राप्त और निजी कॉलेजों को सेंटर बनाया जाएगा। हर बार की तुलना में इस बार उन्हें 30 से 40 फीसदी ही छात्र दिए जाएंगे। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी बताते हैं सभी 130 कॉलेजों को गूगल फॉर्म भेजकर कोविड गाइडलाइन के हिसाब से क्षमता पूछ रहे हैं, ताकि हर कॉलेज को केंद्र बनाकर कोविड नियमों का पालन कर परीक्षा करवाई जा सके।

IIM Indore Ranking: आईआईएम इंदौर का पीजीपी पाठ्यक्रम मध्य एशिया में तीसरे स्थान पर

भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) इंदौर के विभिन्न कोर्सेस को एजुनिवर्सल की बेस्ट मास्टर्स एंड एमबीए रैंकिंग 2021 में बेहतर जगह मिली है। आईआईएम इंदौर के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (पीजीपी) को मध्य एशिया में सामान्य प्रबंधन में तीसरी रैंक प्राप्त हुई है। इसी तरह संस्थान के एग्जीक्यूटिव पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (ईपीजीपी) को मध्य एशिया में एग्जीक्यूटिव एमबीए में 12वीं रैंक मिली है। यह रैंकिंग 154 देशों के करीब चार हजार स्कूलों और विश्वविद्यालयों के शैक्षिक पाठ्यक्रमों के विश्लेषण पर आधारित है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।