नशे पर तटस्थ सरकार नहीं बढ़ेंगे दाम, मसौदा तैयार उमा को अब भी बदलाव की उम्मीद   

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनावी साल में शराब महंगी नहीं होगी। नई शराब नीति के लिए आबकारी विभाग ने जो ड्राफ्ट तैयार किया है उसके मुताबिक साल 2023 में शराब महंगी नहीं होगी। 2023 की नई आबकारी नीति में सरकार शराब पर एक्साइज ड्यूटी नहीं बढ़ाएगी।
साथ ही नए साल में न तो कोई नई शराब दुकान खोली जाएगी और न ही नए अहाते खुलेंगे। ड्राफ्ट के मुताबिक लाइसेंस फीस 10 प्रतिशत बढ़ाकर ठेका रिन्यू करने का प्रस्ताव है। इस प्रस्ताव पर वित्त विभाग के साथ नए साल के पहले सप्ताह में होने वाली बैठक में चर्चा होगी। इसके बाद नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। नई शराब नीति 1 अप्रैल 2023 से लागू होगी।
इस बार जो ड्राफ्ट तैयार हुआ है उसमें घर में घर में शराब रखने की लिमिट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। बता दें कि पिछले साल की आबकारी नीति में सरकार ने होम बार लाइसेंस देने का निर्णय लिया था जिसके मुताबिक 1 रूपए की सालाना आय वाला व्यक्ति घर में बार खोल सकता है।
वहीं पिछले साल घर पर शराब रखने की लिमिट को भी बढ़ाया गया था और घर पर शराब रखने की लिमिट 4 गुना बढ़ाई गई थी। इससे पहले घर पर एक पेटी बीयर और 6 बोतल शराब रखने की अनुमति थी।
सरकार के खजाने में हुई 1300 करोड़ अधिक आय
पिछले साल देसी शराब सस्ती करने के लिए शराब बनने से लेकर ग्राहक तक पहुंचने का कमाई का मार्जिन घटाया गया था। पिछले साल आबकारी विभाग ने उप-दुकानें खोलने का प्रस्ताव दिया था जिसे मुख्यमंत्री ने खारिज कर दिया था।
सरकार ने पिछले साल विदेशी शराब पर एक्साइज ड्यूटी 10 से 13 प्रतिशत तक कम कर दी थी। जिससे शराब सस्ती हो गई थी। खपत बढ़ने से सरकार का खजाना भरा और मौजूदा वित्तीय वर्ष में उसे 1300 करोड़ अधिक आय हुई है। खास बात यह है कि वाणिज्यिक कर विभाग फिलहाल शराब पर वैट नहीं बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है।
उमा भारती का नारा  शराब नहीं दूध पियो
साध्वी उमा भारती ने सोमवार को नया नारा दिया। शराब नहीं, देसी गाय का दूध पीयो। मधुशाला से गौशाला की ओर चलो। मधुशाला बंद करो, गौशाला खोलते जाओ। इन तीनों की व्यवस्था करनी पड़ेगी।
गाय सहारा देती है, बोझ नहीं बनती। ऑर्गेनिक खेती मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ी है। इसमें सरकार का योगदान रहा है, जितनी ऑर्गेनिक खेती बढ़ेगी, उतनी ही गाय की रक्षा बढ़ेगी। उमा ने जल्द ही मध्यप्रदेश में नई शराब नीति लागू होने का भरोसा जताया है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल जो नीति घोषित हुई थी। उसमें कई खामियां थीं। शिवराज सिंह चौहान का बड़प्पन था कि उन्होंने इसे खुलेआम स्वीकार किया। इसके बाद यह तय किया गया था कि वीडी शर्मा संगठन की तरफ से, शिवराज सरकार की तरफ से.. और मैं जनमानस की तरफ से परामर्श के लिए बैठेंगे। फिर नई शराब नीति आएगी, जिसमें नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली होगी।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।