Education News – सीबीएसई कक्षा 12 प्राइवेट व पत्राचार के छात्र ले सकते हैं प्रोविजनल दाखिला : सुप्रीम कोर्ट

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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Education News. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि सीबीएसई कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा के निजी, पत्राचार दूसरे कंपार्टमेंट के छात्र उच्च अध्ययन में प्रवेश के लिए प्रोविजनल (अनंतिम) आधार पर आवेदन कर सकते हैं, लेकिन इसके बाद उन्हें अपना घोषित परिणाम संबंधित संस्थान को दिखाना होगा।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की ओर से पेश वकीलों ने न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर ने कहा कि ये छात्र प्रवेश के लिए अनंतिम आधार पर आवेदन कर सकते हैं, जो परिणाम प्रस्तुत करने के अधीन होगा, जिसे सीबीएसई द्वारा घोषित किया जाएगा।

याचिकाकर्ता के वकील ने तर्क दिया कि हालांकि नियमित छात्रों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, लेकिन लगभग एक लाख निजी, पत्राचार दूसरे कंपार्टमेंट के छात्रों के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किए गए हैं।

सीबीएसई की ओर से पेश हुए वकील ने बेंच को सूचित किया, जिसमें जस्टिस हृषिकेश रॉय सी.टी. रविकुमार ने कहा कि निजी, पत्राचार दूसरे कंपार्टमेंट के छात्रों के परिणाम 30 सितंबर तक घोषित कर दिए जाएंगे।

पीठ ने कहा कि ये छात्र प्रासंगिक पाठ्यक्रमों के लिए अनंतिम आधार पर आवेदन कर सकते हैं घोषणा के बाद एक सप्ताह के भीतर संबंधित कॉलेज/संस्थान को परिणाम प्रस्तुत करने का वचन देते हैं।

यूजीसी के वकील ने प्रस्तुत किया कि भले ही परिणाम उपलब्ध न हों, याचिकाकर्ता इसी तरह के छात्र अनंतिम आधार पर प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।

शीर्ष अदालत इन श्रेणियों के छात्रों के परिणामों की घोषणा में देरी का हवाला देते हुए एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिससे उन्हें उच्च अध्ययन के लिए प्रवेश से वंचित किया जा सकता है।

जुलाई में, शीर्ष अदालत ने अपने 22 जून के आदेश पर पुनर्विचार की मांग करने वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था, जहां उसने महामारी के बीच ऐसे छात्रों के लिए ऑफलाइन परीक्षा आयोजित करने के लिए सीबीएसई मूल्यांकन योजना में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ सदभावना पाती टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।