अंतर्गत ग्राम बड़ेल के किसानों द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी अग्रवाल सीड्स सेंटर कंपनी डबल चौकी, देवास से सोयाबीन बीज खरीफ फसल की बुआई करने के लिए खरीदे थे। किसानों ने बीज अपने खेतों में बुआ परन्तु सोयाबीन फली मे कुछ पकी और कुछ नहीं पकी | जब किसानों ने एक-दूसरे से चर्चा की तो पता लगा हर किसान के खेत में निजी कंपनी से लाया सोयाबीन खराब हुआ है। किसानों द्वारा बताया गया कि सोयाबीन बीज में मिलावट की वजह से हमारी सोयाबीन खराब हुई है। हम किसानों के साथ धोखा हुआ है क्या फिर हम कर्ज तले दबेंगे। हम किसानों की मांग है कि संबंधित अधिकारी से सर्वे कर उक्त कंपनी से मुआवजा दिलाया जाए। किसानों ने बड़वाह तहसीलदार से मामले की शिकायत की, कि पहले ही लाॅकडाउन के कारण किसान परेशान रहे हैं। उपर से किसानों को दोहरी मार झेलना पड रही है।
कृषि को लाभ का धंधा बनाने की यह क्या रणनीति है। खेतो मे निरीक्षण किया गया तो उन्होंने बताया कि 60-70 प्रतिशत प्रभावित हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों को बीज का विक्रय करने से पहले संबंधित विभाग बीज के अंकुरण की जांच करके विक्रय हेतु बीजों का सप्लाई करते हैं। किसानों को मिलावट बीज किस प्रकार से विक्रय किया गया। किसानों ने बताया कि सोयाबीन मे मिलावट होने से हमे काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। बड़वाह के वरिष्ठ कृषि अधिकारी बीएस सेंगर ने कहा की हमें शिकायत मिली है जिसमे किसानों ने अपने खेत मे अग्रवाल कंपनी सीड्स सेंटर डबल चौकी देवास से बीज लाकर बोया था। जांच दल ने निरीक्षण किया जिसमे पाया गया है कि अन्य किस्म का मिश्रित बीज होने से फसल खराब हुई है। किसानों का मौका पंचनामा बनाकर संबंधित कंपनी को प्रेषित किया है।
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