कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को निशुल्क इलाज दिलाने के लिए सरकार ने आयुष्मान भारत योजना से जुड़े अस्पतालों को विशेष पैकेज दिया है। मकसद यही है कि मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज मिले, इसलिए संबद्ध अस्पतालों की जांच की जाए। साथ ही यह भी देखा जाए कि किसी मरीज को अनावश्यक भर्ती न रखा जाए। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर टीके लगाए जाएं। यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना नियंत्रण और व्यवस्थाओं की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए दिए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए किल कोरोना अभियान प्रभावी रूप से जारी रहे। कोई भी सर्दी, जुकाम या खांसी का मरीज छूटना नहीं चाहिए। सबका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। अनलॉक में जांच कम नहीं होनी चाहिए। हर मरीज के संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जाए। कोविड अनुरूप व्यवहार को हमारी दिनचर्या का अनिवार्य अंग बनाया जाए। इस दौरान प्रभारी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि इंदौर की आज संक्रमण की दर (पॉजिटिविटी रेट) 3.3 प्रतिशत आ गई है। जबकि, सात दिन की औसत संक्रमण की दर 5.5 फीसद है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोविड अनुरूप व्यवहार के लिए इंदौर देश में मॉडल बने, इसके लिए प्रयास किए जाएं |
प्रदेश में कोरोना के प्रकरण एक हजार से कम हो गए हैं। बुधवार को 901 नए प्रकरण आए हैं जबकि 4,113 मरीज स्वस्थ हुए हैं। अब सक्रिय प्रकरणों की संख्या घटकर 17 हजार 136 हो गई है। सात दिन की औसत संक्रमण दर दो प्रतिशत है।
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