पसीने से है परेशान तो करें ये उपाय

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

गर्मी के मौसम में जिन लोगों को जरूरत से ज्यादा पसीना आता है, वह हमेशा ही परेशान रहते हैं क्योंकि व्यक्ति को सिर्फ पसीना ही नहीं आता, बल्कि पसीने के कारण बदबू भी आती है। इतना ही नहीं, पसीने से शरीर में फंगल इन्फेक्शन भी हो सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि पसीने व उसकी बदबू दूर करने के लिए यह उपाय अपनाए जा सकते हैं-

पसीने से निजात पाने के लिए गर्मी के मौसम में सूती कपड़़े पहनें। इससे पसीने के सूखने में मदद मिलेगी। साथ ही गर्मियों में प्रतिदिन कपड़े बदलिए तथा खुले तथा हल्के कपड़े ज्यादा उपयुक्त तथा आरामदेह साबित होते हैं। गर्मियों में पसीने की बदबू को रोकने के लिए डिओडरेंट काफी मददगार साबित होते हैं। हमेशा हल्का सुगंधित डिओडरेंट के प्रयोग को वरीयता दें, क्योंकि तेज सुगंध के डिओडरेंट से त्वचा में जलन या संवेदनशील रसायनिक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे त्वचा खराब हो सकती है तथा त्वचा पर काले ध्ब्बे पड़ सकते हैं। इसके अलावा टेल्कम पाउडर और इत्र का भी प्रयोग किया जा सकता है।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

आपको शायद पता न हो लेकिन बेकिंग सोडा पसीने की दुर्गंध को रोकने में अहम भूमिका अदा करता है। वेंकिग सोडा, पानी तथा नींबू रस को मिलाकर पेस्ट बना लें तथा इस पेस्ट को अंडर आर्म्स में 10 मिनट तक लगाकर ताजे पानी से धो डालें। इससे पसीने की बदबू को रोकने में मदद मिलेगी। बेंकिग सोडा तथा टैलकम पाउडर का मिश्रण बना कर इसे अंडर आर्म्स तथा पांवों पर 10 मिनट तक लगाने के बाद ताजे पानी से धे डालिए। इससे पसीने की समस्या से निजात मिलेगी।

पसीने की दुर्गंध वाले शरीर के हिस्सों पर कच्चे आलू के स्लाइस रगडऩे से भी पसीने की दुर्गंध से छुटकारा मिलता है। नहाने के टब के पानी में फिटकरी तथा पुदीने की पत्तियों को डालकर नहाने से भी शरीर में ठंडक तथा ताजगी का अहसास होता है तथा पसीने समस्या से छुटकारा मिलता है।

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।