"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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1. यूनिवर्सिटी ने तय किया है कि बीए एलएलबी दूसरे, चौथे, छठे, आठवें और अंतिम सेमेस्टर के एग्जाम ओपन बुक सिस्टम करवाया जाएगा। जबकि बीए एलएलबी पहले, तीसरे, पांचवें, सातवें और नौंवें सेमेस्टर की एग्जाम लिखित नहीं होकर इंटरनल मार्क्स के आधार पर होगी। लेकिन कॉलेज असाइनमेंट- प्रोजेक्ट के आधार पर मार्क्स देंगे। वहीं, एलएलबी में भी यही व्यवस्था लागू होगी। यानी पहले, तीसरे और पांचवें सेमेस्टर के एग्जाम नहीं होंगे। इंटरनल मार्क्स के आधार पर ही रिजल्ट तैयार होगा। जबकि दूसरे, चौथे और अंतिम सेमेस्टर में ओपन बुक एग्जाम होगी। लॉ के बार कोर्स के लिए भी इसी फॉर्मूले को अपनाया जाएगा।विश्वविद्यालय के दायरे में करीब 14 लॉ कॉलेज है। यहां से एलएलबी-एलएलएम सहित अन्य कोर्स में 13 हजार विद्यार्थी है।
2. बीए फाइनल के साथ ही बीबीए और बीसीए फाइनल सेमेस्टर की भी परीक्षा शुरू हो गई हैं। छात्रों का कहना है कि किसी प्रकार से कोई समस्या नहीं आ रही है। आसानी से प्रश्न पत्र वेबसाइट से अपलोड हो रहे हैं। वहीं, बीकॉम की 17 और बीएससी अंतिम वर्ष की 19 से शुरू होगी। बीबीए-बीसीए फाइनल सेमेस्टर की एग्जाम 23 जून से होगी.
3. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय का परीक्षा देने वाले विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं रिजल्ट, माइग्रेशन और डिग्री में करेक्शन के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है |
4. कोरोना काल के चलते ऑनलाइन शिक्षा का चलन बढ़ गया है इसके चलते डीएवीवी ने 15 साल पुरानी इंटरनेट केबल को अब बदलने की तैयारी कर ली है, यहां हाई स्पीड केबल से इंटरनेट सुविधा की व्यवस्था की जा रही है।
5. यूनिवर्सिटी में संबद्धता के लिए कॉलेजों को तीन विकल्प दिए भौतिक निरीक्षण, ऑनलाइन प्रेजेंटेशन या शपथ पत्र तभी कॉलेजों को मिलेगी संबद्धता. ज्ञात हो कि 31 जुलाई से पहले यूनिवर्सिटी को कॉलेजों की संबद्धता जारी करना होगा . वही यूनिवर्सिटी की लापरवाही सामने आ रही है की 50 से अधिक कॉलेजों से संबद्धता शुल्क के ₹11 करोड़ लेना यूनिवर्सिटी भूल गई, इस बात को 10 साल हो गए जब लापरवाही सामने आई तो कॉलेजों को नोटिस भेजकर शुल्क जमा करने के लिए कहां जा रहा है यह शासकीय और निजी दोनों तरह के कॉलेज हैं ।
6. स्कूल संचालकों ने ऑनलाइन क्लास शुरू करें का निर्णय लिया है 15 जून से प्रारंभ होगी और 30 जून तक प्रवेश प्रक्रिया चलेगी |
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati)
(भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381)
"दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं।
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बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है।
हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।