Indore News – शहर सीमा में शामिल 29 गांवों में पानी के नल नहीं

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इंदौर। शहर सीमा में शामिल 29 गांवों को नगर निगम ने भले ही शहर सीमा में शामिल कर लिया है लेकिन पानी के लिए नलों की व्यवस्था के लिए नर्मदा के कनेक्शन नहीं दिए हैं। बार-बार ठेकेदार कंपनी को काली सूची में शामिल करने का ऐलान किया गया। दूसरी कंपनी को ठेका देने की बात कही गई लेकिन उस घोषणा के तीन महीने बाद भी नर्मदा के कनेक्शन न जोड़े गए न पाइप लाइन डाली गई न ही पानी देना शुरू किया गया। कई कालोनियों विद्या पैलेस, छोटा बांगड़दा, पदमालय कालोनी, उमंग पार्क व स्मृति नगर में पानी के लिए बरसों पहले पाइप लाइन तो बिछा दी गई लेकिन पानी का कनेक्शन अशोक नगर, स्मृति नगर चौराहे तक ही करके छोड़ दिया गया। आगे पानी की लाइन कब बढ़ेगी इसका जवाब नगर निगम व ठेकेदार कंपनी एल एंड टी के पास नहीं है।

जहां तक कनेक्शन जोड़े लोग पानी बहा रहे


अशोक नगर से स्मृति नगर होकर विद्या पैलेस के गेट तक जहां लाइन जोड़ी गई वहां लोग खूब पानी बहा रहे है। इतना ज्यादा पानी बहाया जा रहा है कि सीमेंट कांक्रीट की सड़क को भी नुकसान पहुंच गया है। कई जगह सड़क मिट्टी बैठने की वजह से धंस गई है। नर्मदा के महंगे पानी को 70 किलो मीटर नीचे भेरूघाट बाइघाट बलवाड़ा घाट के नीचे से महंगी बिजली से चढ़ाकर लाया जाता है लेकिन लोग पानी की कद्र नहीं कर खूब ढोल रहे हैं। सड़कों पर ही कार, स्कूटर, मोटर सायकल धोए जा रहे हैं। लोग बिन बादल बरसात के इस पानी में निकलकर गितते पड़ते हैं। नगर निगम की घर-घर मीटर लगाने की योजना भी कहां चली गई पता नहीं।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।