शव यात्रा में 50, शादियों में 200 और कोचिंग क्लासेस को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने के निर्देश
Indore News. इंदौर जिले में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये व्यापक प्रबंध किये जा रहे हैं। साथ ही भविष्य में उत्पन्न होने वाली स्थितियों के मद्देनजर एहतियात के रूप में की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा के लिये आज यहाँ जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई।
इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेन्द्र हार्डिया, आकाश विजयवर्गीय, इन्दौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर तथा मनोज पटेल, आईडीए के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे, पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर मनीष कपूरिया, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, डॉ. अनिल भण्डारी आदि उपस्थित थे। बैठक में कोरोना की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गई। बैठक में अनुशंसा की गई कि शादियों में संख्या सीमित की जाये। यह संख्या अधिकतम 200 रखी जाये। इसी तरह शव यात्रा और मुक्तिधाम में अधिकतम संख्या 50 निर्धारित की जाये। चलित उठावना करने की अनुशंसा की गई। साथ ही कोचिंग क्लासेस को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने के बारे में भी तय किया गया। बैठक में बताया गया कि बगैर अनुमति के किसी भी बड़े आयोजन, धरना, प्रदर्शन आदि की अनुमति नहीं दी जायेगी। साथ ही तय किया गया कि नागरिकों को कोविड अनुकूल व्यवहार के पालन करने के संबंध में जागरूक किया जाये। विशेषकर मास्क लगाने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। मास्क नहीं लगाने वालों के विरुद्ध ‘अर्थदंड’ लगाने का सुझाव भी दिया गया..! बैठक में बताया गया कि उपरोक्त अनुशंसाएं राज्य शासन को भेजी जाएंगी। बैठक में तय किया गया कि कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में मेडिकल किट सहित अनेक चिकित्सकीय सुविधाएं ऑनलाईन उपलब्ध करायी जाएंगी।
जिले में पर्याप्त बेड्स और ऑक्सीजन सुविधा मौजूद : कलेक्टर
बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने जिले में की जा रही कोरोना से निपटने की व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना के इलाज के लिये विशेषज्ञों के माध्यम से प्रोटोकॉल तैयार किया जा रहा है। पर्याप्त संख्या में बेड्स हैं। कोविड केयर सेंटरों में ढाई हजार बिस्तरों की व्यवस्था रखी गई है। पर्याप्त ऑक्सीजन सुविधा है। जरूरतमंद मरीजों के नि:शुल्क इलाज के लिये आयुष्मान योजना के तहत 41 अस्पतालों में व्यवस्था की गई है।