डेंगू के जाल में मध्यप्रदेश, आंकड़े चौंकाने वाले
Mp. News. मध्यप्रदेश में डेंगू बहुत तेजी से फ़ैल रहा है, प्रदेश में इस साल डेंगू मरीजों की संख्या 3 हजार के पार पहुंच गई है। मंदसौर डेंगू का हॉट स्पॉट बना हुआ है। यहां 24 घंटे में 50 डेंगू मरीज मिले हैं। इसके साथ ही यहां कुल 936 मरीज हो गए हैं। इसके अलावा प्रदेश में जबलपुर, रतलाम, आगर मालवा, भोपाल, छिंदवाड़ा, इंदौर, सिवनी में भी मरीजों की बड़ी संख्या मिल रही है। जानकारों का कहना है कि सरकारी आंकड़ों से दोगुने लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं। वहीं, कई जिलों में मौत के बावजूद उसे रिकॉर्ड में नहीं लिया जा रहा।
प्रदेश में डेंगू के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘डेंगू से जंग, जनता के संग’ अभियान की शुरुआत की थी। इसमें जनता ही सहभागिता के साथ डेंगू को नियंत्रित किया जाएगा। इस बीच बुधवार को मंदसौर में 110 टेस्ट में 50 नए डेंगू के मरीज मिले हैं। इससे एक दिन पहले 14 सितंबर को 25 मामले सामने आए थे। जबलपुर में 8 नए मामलों के साथ जनवरी से अब तक डेंगू मरीजों की संख्या 426 पहुंच गई है। यहां एक महिला कांस्टेबल समेत 10 लोगों की डेंगू से मौत हो चुकी है। हालांकि सरकारी रिकॉर्ड में अब तक डेंगू से मौत रिपोर्ट नहीं हुई। रतलाम में अब तक 305 मरीज सामने आए हैं। यहां डेंगू की एलाइजा जांच किट 2 दिनों से उपलब्ध नहीं होने से सरकारी रिकॉर्ड में एक भी मरीज रिपोर्ट नहीं हुआ। बुधवार को किट आने के बाद 6 मरीज मिले हैं, हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इंदौर से मंगवाई किट भी पर्याप्त मात्रा में नहीं है। रतलाम के सेमलिया गांव के 12 साल के बच्चे की निजी अस्पताल में डेंगू से मौत हुई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
इंदौर-भोपाल जैसे बड़े शहर भी लपेटे में
इंदौर में डेंगू के 18 नए केस के साथ मरीजों की संख्या 182 पहुंच गई है। यहां डेंगू से एक महिला की मौत हो चुकी है। वहीं, आगर मालवा में 3 नए मामले के साथ डेंगू मरीजों की संख्या 191 पहुंच गई है। भोपाल में सोमवार को 15 नए डेंगू के मरीज मिले हैं। यहां डेंगू मरीजों की संख्या 219 पहुंच गई।
लार्वो सर्वे और फॉगिंग को लेकर उठ रहे सवाल
जानकारों का कहना है कि अगस्त से डेंगू मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। इसे रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग एक्शन प्लान बनाता है। इसमें पानी स्टोर करने वाले घर, छत, गमले, खाली पड़े प्लाट में पानी जमा होने पर उनका सर्वे कर लार्वा को पनपने से रोकने के लिए दवा का छिड़काव किया जाता है। इसमें लापरवाही के कारण ही मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। साफ है कि न तो इलाकों में लार्वा सर्वे कर उसे नष्ट करने का काम ठीक से हुआ और न ही फॉगिंग की गई।
इन बातों का रखें ख्याल
- मच्छरों को दूर रखने के लिए मच्छर भगाने वाले क्रीम और स्प्रे, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- बाहर जाते समय लंबी बाजू की शर्ट और पैंट पहनें।
- पानी को घर के पास एकत्रित न होने दें।
- कूलर, गमले, पक्षियों के लिए रखे बर्तन का पानी बार-बार बदलते रहें।
यह है डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, ठंड गलना, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, थकान, ऐंठन, शरीर पर लाल चकते।
डेंगू का इलाज
यदि आपको डेंगू से संबंधित कोई भी लक्षण है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डेंगू से जल्दी ठीक होने के लिए आराम करें। तरल पदार्थों का सेवन करते रहें।