MP Breaking | अच्छे भविष्य की आस में ही Overage हो गए युवा- Kamalnath |

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी आधुनिक डिजिटल भारत के सच्चे अर्थों में वास्तुविद् थे। उन्होंने लोकतंत्र और सद्भाव को मजबूत बनाने के साथ ही भारतीय राजनीति में भविष्य की सोच के एक राजनेता की पहचान बनाई और 21वीं सदी के नए भारत की नींव रखी। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वर्गीय राजीव गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर प्रदेश के युवाओं के नाम जारी संदेश में कही। दरअसल, गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ऑनलाइन युवा संवाद का आयोजन किया गया था।

इस दौरान कमलनाथ ने राजीव गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे ऐसे राजनेता थे, जिन्होंने भविष्य के भारत के साथ ही युवाओं के भविष्य की चिंता की। लोकतंत्र को व्यापक आधार देते हुए उन्होंने युवाओं को वोट देने का अधिकार दिया और वोट देने की आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष की। 21वीं सदी के भारत में युवाओं के भविष्य की चिंता करते हुए उन्होंने दूरदर्शिता का परिचय दिया। डिजिटल भारत बनाने के लिए कंप्यूटर क्रांति की शुरुआत की। कमलनाथ ने कहा कि वर्तमान दौर में देश व प्रदेश में जो हालात हैं, उससे हमारे युवा और किसान दोनों ही हताश हैं। जबकि देश के निर्माण में इन दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। नाथ ने कहा कि मुझे यह कहते हुए अफसोस है कि जो युवा 5-10 वर्ष पहले कॉलेज की पढ़ाई करके निकले हैं। वे अच्छे भविष्य का इंतजार करते-करते आज ओवर एज हो गए। ऐसे युवा जो पढ़े लिखे हैं और जिन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की है वे ना तो गांव के रहे और ना ही शहर के रहे। पिछले 15 वर्ष में हमारा मध्यप्रदेश बहुत पीछे रह गया है। रोजगार को लेकर न तो कोई सोच और न ही कोई योजना बन पाई सरकारी नौकरी में अवसर और मौके बहुत सीमित हैं, इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री रहते निजी क्षेत्र में नई नौकरियां पैदा करने की योजना बनाई। इसके लिए निवेश को प्रोत्साहन दिया।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
20 Comments