मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में ऐसे नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत की जाए जिससे विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। उन्होंने ग्वालियर, उज्जैन, रीवा, इंदौर और जबलपुर में एक-एक उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान स्थापित करने के निदेर्श दिए।
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उन्होंने कहा कि नए पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों को प्रेरित किया जाए।
कृषि उद्यानिकी एवं पशु चिकित्सा से जुड़े पाठ्यक्रमों की महाविद्यालयों में शुरूआत की जाए। महाविद्यालयों में माकेर्ट फ्रेंडली सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ करने के लिए अनुमति शीघ्र प्रदान की जाए।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड-19 की वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर आगामी परीक्षाओं के संबंध में बैठक कर कार्य-योजना तैयार करें।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को रोजगार से जोड़ने के लिये महाविद्यालयों की प्लेसमेंट सेल के प्रभारियों की कार्यशाला का आयोजन कर लिया जाये।
उन्होंने विभागीय गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के फेसबुक, ट्वीटर एवं व्हाट्सएप एकाउंट तैयार करने के निदेर्श दिए। उन्होंने कर्मचारियों के कल्याण की योजनाओं का लाभ समय पर देने एवं न्यायालीन निर्णयों का पालन समय पर सुनिश्चित करने के निदेर्श दिए।
बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
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