यरुशलम। यरुशलम में कल दो बस स्टॉप पर हुए दो बम धमाकों में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 21 अन्य लोग घायल हो गए.इजराइली पुलिस और बचाव कर्मियों ने कहा कि यह समन्वित आतंकी हमला लगता है. पहला धमाका सुबह सात बजे के कुछ ही समय बाद यरुशलम में प्रवेश के मुख्य द्वार के पास गिवत शॉल में हुआ.
धमाका ऐसे वक्त हुआ जब कर्मचारी अपने कार्यालय और छात्र अपने शैक्षणिक संस्थान जाने के लिये रास्ते में थे. चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि धमाके में बस स्टॉप पर मौजूद 17 लोग घायल हो गए जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई गई.
अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि घायलों में से एक की बाद में शारे जेदक मेडिकल सेंटर में मौत हो गई.दूसरा धमाका यरुशलम में प्रवेश के एक और मार्ग पर रामोत में एक बस स्टॉप पर सुबह साढ़े सात बजे के बाद हुआ. यह जगह सुबह लोगों से भरी रहती है.
इस धमाके में चार लोग घायल हो गए. पुलिस ने अपनी शुरुआती प्रतिक्रिया में कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को हताहत करने के लिये विस्फोटक सामग्री के साथ कीलों को रखा गया था और धमाकों को समान रिमोट उपकरणों द्वारा नियंत्रित किया गया था. इजराइल के पुलिस आयुक्त कोबी शब्ताई ने कहा, “यह हमले की ऐसी कार्य योजना थी जिसे हमनें कई सालों से नहीं देखा.”उन्होंने कहा कि यह समन्वित आतंकी हमले जैसा प्रतीत होता है. इन हमलों की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है, हालांकि हमास आतंकी समूह ने इन दोहरे धमाकों की सराहना की है.
हमास के प्रवक्ता मोहम्मद हमादा ने एक बयान में कहा, “कार्रवाई ने कब्जा करने वालों को संदेश दिया है कि हमारे लोग अपनी जमीन पर मजबूती से खड़े रहेंगे और प्रतिरोध के रास्ते पर डटे रहेंगे.”यरुशलम की तरफ जाने वाले मुख्य मार्ग को बंद कर दिया गया है और पुलिस ने व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है.
लोक सुरक्षा मंत्री उमर बारलेव के कार्यालय ने कहा कि मंत्री ने पुलिस प्रमुख से बात की है और उनके हमला स्थल का दौरा करने की भी उम्मीद है. हमले के बाद रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने शिन बेट सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख, उप सेना प्रमुख और अन्य वरिष्ठ सैन्य और पुलिस अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा की. प्रधानमंत्री याइर लापिद के दिन में अलग से एक सुरक्षा बैठक करने की उम्मीद है.
पिछले कई महीनों में इस्राइल में सिलसिलेवार हमले हुए हैं जिनमें 29 लोग मारे गए थे. इजरायली सेना फिलिस्तीनी प्राधिकरण-नियंत्रित वेस्ट बैंक में हमलों के बाद एक बड़े आतंकवाद-रोधी हमले को अंजाम दे रही है, जिसमें 130 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. साल की शुरुआत से अब तक इन छापों में 2,000 से अधिक फिलिस्तीनियों को भी पकड़ा गया है. वहीं, अब ये विस्फोट ऐसे समय में हुए हैं जब इस्राइल नई सरकार के गठन की तैयारी कर रहा है.