10वीं-12वीं के बाद सरकारी नौकरी के लिए पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स हैं बेहतरीन विकल्प

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sadbhawnapaati
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Education News. सरकारी नौकरी और करिअर के लिए पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स बेहतरीन विकल्प हैं। दरअसल, पॉलिटेक्निक की पढ़ाई वाला क्षेत्र रोजगार के दृष्टिकोण से अपार संभावनाओं वाला है। विद्यार्थी यह तकनीकी कोर्स करके विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी नौकरी कर सकते हैं, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े उद्योगों में नौकरी पा सकते हैं, या फिर स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं।

10वीं और 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद ही युवा पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा के जरिए पॉलिटेक्निक कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। ये कोर्स तीन साल का होता है और इसमें कौशल विकास के साथ ही प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है। आप अपनी रूचि के हिसाब से पॉलिटेक्निक कोर्स में एडमिशन लेकर इस क्षेत्र में करिअर बना सकते हैं। विद्यार्थी सरकारी और निजी संस्थान से पॉलिटेक्निक कोर्स कर सकते हैं। विभिन्न पॉलिटेक्निक कोर्स की अवधि अलग-अलग होती है।

क्या होते हैं पॉलिटेक्निक कोर्स?

यह एक प्रकार तकनीकी प्रशिक्षणात्मक डिप्लोमा कोर्स हैं जो कि तकनीकी कौशल  कोर्स की श्रेणी में आता है। विद्यार्थी 10वीं और 12वीं पास करने के बाद दो और तीन साल के पॉलिटेक्निक कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। पॉलिटेक्निक कोर्स के बाद विद्यार्थी सीधे बीटेक द्वितीय वर्ष में दाखिला पा सकते हैं। देश में पॉलिटेक्निक कोर्स करने के लिए बहुत से सरकारी और प्राइवेट कॉलेज हैं। कई राज्यों में पॉलिटेक्निक दाखिलों के लिए राज्य स्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा भी आयोजित की जाती है।

पॉलिटेक्निक कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया

सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में दाखिले के लिए हर राज्य की प्रक्रिया अलग-अलग है। कुछ राज्यों में पॉलिटेक्निक कोर्स में प्रवेश के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना जरूरी होता है और कई राज्यों में 10वीं और 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट सूची बनाई जाती है और सबसे ऊपर रैंक वाले उम्मीदवारों को सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में दाखिला मिल जाता है। हर सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में सीमित सीटें होती हैं।

पॉलिटेक्निक एक रेग्युलर कोर्स है जो काफी लोकप्रिय है। इसमें स्किल्स और प्रैक्टिकल नॉलेज को तवज्जो दी जाती है। इस कोर्स का उद्देश्य प्रैक्टिकल स्किल विकसित करना है। सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों की फीस कम होती है। इसलिए जो विद्यार्थी पढ़ने में अच्छे हैं और जिनका नाम मेरिट में है वे इन कॉलेजों में एंट्रेंस और सीधे दाखिला पा सकते हैं। विद्यार्थी प्राइवेट पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट से भी पढ़ाई कर सकते हैं। करियर के विकल्प दोनों में एक ही तरह के होते हैं।

पॉलिटेक्निक में कुछ लोकप्रिय डिप्लोमा कोर्स

कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग
सिविल इंजीनियरिंग
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रोनिक्स एवं संचार
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
इंटीरियर डेकोरेशन
फैशन इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियरिंग

कैसे लें पॉलिटेक्निक कोर्स में दाखिला?

हर राज्य में पॉलिटेक्निक डिप्लोमा में दाखिले के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना होता है। इसकी जानकारी राज्यों के पॉलिटेक्निक कॉलेजों की आधिकारिक वेबसाइट में विस्तार से दी जाती है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म जमा करना होता है जिसमें नाम, पता, बोर्ड का नाम, अंकों की जानकारी और इसके बाद फीस भरनी होती है। परीक्षा से कुछ वक्त पहले ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी होता है। पॉलिटेक्निक में दाखिले के लिए लिखित परीक्षा होती है।

सरकारी नौकरी के अवसर

पॉलिटेक्निक करने के बाद गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, भारत संचार निगम लिमिटेड, एनटीपीसी, एचसीएल, कोल इंडिया, भारतीय रेलवे, ओएनजीसी, डीआरडीओ आदि क्षेत्रों में नौकरी के अवसर मिलते हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की तरह ही निजी क्षेत्र की कई कंपनियां भी पॉलिटेक्निक डिप्लोमा वाले अभ्यर्थियों को नौकरी पर रखती हैं।

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