Religious News. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को गंगासागर मेले की तैयारियों को लेकर बैठक की. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने गंगासागर मेला 2022 को इको-फ्रेंडली और प्लास्टिक-मुक्त बनाने पर जोर दिया. राज्य सचिवालय के पास बने नबान्न सभागार में प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे गंगासागर मेले को इको-फ्रेंडली और प्लास्टिक-मुक्त बनाने के लिए हर संभव कदम उठायें.
गंगासागर में 600 बेडों की सुविधा वाला अस्पताल खोला गया है. इसके अलावा 6 वेलनेस सेंटर, 8 सेफ होम व 11 कोरेंटिन सेंटर व 5 आइसोलेशन सेंटर भी बनाये गये हैं. गंगासागर में प्रवेश करने वाले 13 स्थानों पर आरटीपीसीआर टेस्ट की व्यवस्था की जायेगी. तीर्थयात्रियों में मास्क व सैनिटाइजर वितरित किये जायेंगे. हर वर्ष की भांति इस बार भी तीर्थयात्रियों के लिए पांच लाख रुपये का जीवन बीमा भी होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगासागर में पुण्यार्थियों को ले जाने व वापस लाने के लिए 2,250 सरकारी व 500 निजी बसों की व्यवस्था की जायेगी. 100 वेसेल भी चलाए जायेंगे. 17 जेटी से वेसेल आवागमन करेंगे. गंगासागर में 1,050 सीसीटीवी लगाये जायेंगे. वहीं, आसमान से 20 ड्रोन भी निगरानी करेंगे. 10 अस्थायी फायर सर्विस स्टेशन खोले जा रहे हैं, जहां 25 दमकल वाहन मौजूद रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगासागर में तीर्थयात्रियों के लिए 10,000 से अधिक शौचालयों की व्यवस्था की गयी है. रेलवे के प्रतिनिधियों की तरफ से कहा गया कि गंगासागर मेले के दौरान छह दिन 70 अतिरिक्त ट्रेनें चलायी जायेंगी. इस बार तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हिंदी में ज्यादा से ज्यादा बैनर-होर्डिंग्स लगाने पर भी खास जोर दिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने एक विशेष टीम का गठन करने का निर्देश दिया, जो पूरी सुरक्षा-व्यवस्था पर नजर रखेगी.