भारत जोड़ो यात्रा के समापन की पूर्व संध्या पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा को लोगों से जबरदस्त प्रतिक्रिया और प्यार मिला. राहुल गांधी ने श्रीनगर में कहा, ‘5 महीने लंबी यात्रा का भारतीय राजनीति पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन यह क्या होगा, मैं अभी नहीं बता सकता.
वहीं जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा पर लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर में जो कुछ भी देखता हूं उससे खुश नहीं हूं. जब मैं घाटी से गुजरा तो मुझे दुख हुआ.
लाल चौक पर फहराया तिरंगा
राहुल गांधी ने पिछले साल 7 सितंबर को कन्याकुमारी में शुरू हुई यात्रा के अंतिम पैदल दिवस को चिह्नित करते हुए शहर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस दौरान उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे.
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बहुत कुछ सीखने को मिला है. इसका लक्ष्य लोगों को जोड़ना और नफरत खत्म करना था.
श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने कॉन्फ्रेंस में कहा- आर्टिकल 370 पर हमारा स्टैंड क्लियर है। हमारी वर्किंग कमेटी में इसकी चर्चा हुई है, इसके दस्तावेज दिखा दूंगा।
हम जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली चाहते हैं। भाजपा का कहना था कि 370 हटने के बाद यहां सब ठीक हो गया है, लेकिन यहां टारगेट किलिंग हो रही है। लोगों में डर का माहौल है। अगर सब कुछ ठीक है तो अमित शाह जम्मू से श्रीनगर तक पदयात्रा करके दिखाएं।
जम्मू कश्मीर में मैंने जो देखा, उससे खुश नहीं हुआ। यहां के लोगों में दुख है। मेरा परिवार कश्मीर से ही निकला है। मेरे पूर्वज यहीं के है। मुझे महसूस हो रहा था कि मैं घर जा रहा हूं।
विपक्ष में बिखराव नहीं है, सब एकजुट होकर लड़ेंगे। यह बीजेपी-आरएसएस के खिलाफ विचारधारा की लड़ाई है।
मैं नोटबंदी, जीएसटी, चाइना और लोकतंत्र पर बात करना चाहता हूं, लेकिन संसद में वे माइक बंद कर देते हैं।