भोपाल. भोपाल में CBI ने बड़ी कार्रवाई करते हुए GST के सुपरिटेंडेंट को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. एक व्यापारी ने रिश्वत मांगने की शिकायत CBI से की थी. CBI ने GST के सुपरिंटेंडेंट चार ठिकानों पर भी छापा मारा.
भोपाल के एक व्यापारी पीयूष पर जीएसटी ने एक करोड़ की रिकवरी निकाली थी. सूत्रों ने बताया कि इसी रिकवरी में सेटलमेंट के नाम पर जीएसटी के दो सुप्रिडेंट स्तर के अधिकारियों ने रिश्वत की मांग की थी.
आरोप है कि सुप्रिडेंट अंकुर खंडेलवाल और चेतन सक्सेना ने सेटलमेंट के लिए 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. हालांकि फिर 6 लाख रुपये पर बात तय हुई.
एक गिरफ्तार, दूसरा फरार
CBI ने इस पूरे मामले की प्राथमिक जांच के बाद दोनों अधिकारियों के खिलाफ सबूत जुटाए और अफसर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. इसके बाद जब पीयूष अरेरा हिल्स स्थित जीएसटी के ऑफिस में रिश्वत की पहली किश्त 2 लाख लेकर पहुंचा.
जैसे ही उसने अंकुर खंडेलवाल को 2 लाख रुपए दिए, वैसे ही CBI की टीम ने उसे दबोच लिया. हालांकि, चेतन सक्सेना वहां से गायब हो गया. सीबीआई की टीम ने अंकुर खंडेलवाल और चेतन सक्सेना के 4 संभावित स्थानों पर दबिश दी है.
वहां सर्चिंग की कार्रवाई की जा रही है. सीबीआई इस एंगल पर जांच कर रही है कि इन अफसरों ने और कितने व्यापारियों से तो इस तरह की रिश्वत ली है.