उधर गांधी सागर बांध के 19 गेट खोलने से एमपी से राजस्थान तक अलर्ट, खतरे में सैकड़ों गांव
मप्र। भारी बारिश की संभावना नहीं होने से प्रदेश को राहत है। अगले कुछ दिन इस तरह की कोई संभावना नहीं दिख रही। इधर बारिश थमते ही तापमान में खासा उछाल देखा गया। रात के तापमान में विशेष बढ़त नहीं रही। प्रदेश से सबसे गर्म सीधी रहा। यहां 33.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं पचमढ़ी का तापमान एक बार फिर 20 डिग्री से नीचे खिसका है। यहां न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने भी दो दिन तेज बारिश की संभावना से इनकार किया है। हालांकि बारिश के प्रभाव से नदी-नालों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट कहती है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के उज्जैन एवं रीवा संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, इंदौर एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा सागर, नर्मदापुरम एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। सिंगरौली में 12, मनगवां में 11, गुढ़, बहरी में 5, सिंहावल, संजीत में 4, चितरंगी, बिजुरी, कोतमा, बरही, सैलाना, आगर, आलोट, जावद में 3 सेमी तक पानी गिरा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि 26-27 अगस्त के मौसम में विशेष परिवर्तन नहीं है।
गांधी सागर बांध के 19 गेट खोले
लगातार हो रही भारी बारिश के चलते अब मंदसौर के गांधी सागर बांध के 19 गेट खोल दिए गए हैं। गांधी सागर बांध के गेट खोले जाने की सूचना मध्यप्रदेश से लेकर राजस्थान तक दी गई। यही कारण रहा कि, मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान तक बांध के गेट खोलने को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया था। उधर, चंबल नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ता चला जा रहा है, जहां सैकड़ों गांव के डूबने का खतरा बना हुआ है। उधर, नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने के चलते नदी किनारे के गांवों को अलर्ट किया गया है।