इन्दौर। मेवाती मोहल्ला में पिछले कई दिनों से लिस्टेड गुंडे जो कि अल्पसंख्यक वर्ग से है, वे हिंदुओ के मकान पर कब्जा करने की नीयत से उन्हें आये दिन परेशान भी कर रहे थे।
इस बात की शिकायत पूर्व में भी विधायक आकाश कैलाश विजयवर्गीय को थी। इन गुंडों ने हिन्दू के मकान पर कब्जा करने के लिए कूटरचित दस्तावेज तैयार करने के साथ ही एमजी रोड़ थाने की पुलिस से साठ-गांठ कर ली थी।
इसका नतीजा यह हुआ कि कल एक अल्पसंख्यक वर्ग की एक महिला नोटरी के कागज लेकर पहुँची और हिंदू परिवार को अपने 8 बाय 8 के मकान को खाली करने की बात भी करने लगी। नोटरी कानून रूप से सही नही मानी जाती है।
जब इस बात की खबर विधायक आकाश विजयवर्गीय को लगी तो उन्होंने पुलिस को फ़ोन लगाया जिस पर पुलिस ने विधायक से झुठ बोलते हुए एमजी रोड़ थाने का फ़ोर्स नही होने की बात कही। जबकि करीबन 22 पुलिसकर्मी की फ़ोर्स मकान से हिन्दू परिवार को हटाने के लिए पहुँची थी। उक्त परिवार 50 साल से उस छोटे से घर मे निवास कर रहा है।
इस पूरे प्रकरण की सही जानकारी लेने के साथ कलेक्टर कार्यालय में स्थित नजूल विभाग से इसकी सत्यता को पहले ही जान लिया था। वही हिन्दू परिवार उक्त जमीन पर नियम अनुसार ही निवास कर रहा है।
विधायक विजयवर्गीय ने बताया कि लॉकडाउन के समय से इस तरह की शिकायत आ रही थी। उस दौरान मैंने खुद वहां के हिन्दू परिवार के घरो के निर्माण कार्य में मदद की थी।
वही उस समय भी कई गुंडों को जेल में बंद करवाया था। वे लोग अपने आप को असहाय महसूस करते थे। एक समय था जब मेवाती मोहल्ले में 50 से भी अधिक हिन्दू परिवार निवास करता था, परंतु कुछ अपराधी किस्म के लोगो ने उन पर अत्याचार करके उन्हें इस क्षेत्र को छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
अब जो भी 8 से 9 हिन्दू परिवार बचा है उन्हें भी यह से हटाने की साजिश रची जा रही है। में हिंदुओं पर अत्याचार सहन नही करूंगा।
मेने कार्यकर्तओं को भी घटना स्थल पर भेजा था। वहा के रहवासियों ने भी एमजी रोड़ पुलिस के फ़ोर्स को पहचान लिया था। वही में खुद भी वहा पहुँचा था।
हिन्दू परिवार की महिलाओं से जबरदस्ती मकान खाली पुलिस करवा रही थी। वही उनके साथ मारपीट कर उन्हें अशब्द भी कहे।
इस घटना के चलते विधायक विजयवर्गीय तुरंत ही उक्त हिन्दू परिवार को लेकर थाने पर भी पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए अधिकारियों को भी आड़े हाथ लिया।
इस कार्रवाई में शामिल सब इंस्पेक्टर बीएस रघुवंशी को तत्काल ससपेंड कर दिया गया। विधायक ने पुलिस पर सीधा आरोप लगाते हुए भी कहा है कि भाजपा सरकार को बदनाम करने के साथ पुलिस नियम के खिलाफ जाकर हिंदू को वहा से हटाने का कार्य जबरजस्ती कर रही थी।
पुलिस ने महिलाओं के साथ बदसलूकी भी की है। थाने के घेराव में आरएसएस एवं धर्म जागरण के पदाधिकारी भी शामिल हुए थे।
विधायक विजयवर्गीय ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस तरह का कृत्य भविष्य में हिंदुओं के साथ किया तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।