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मोहाली में सिख कैदियों की रिहाई पर बवाल, तलवार-डंडों से पुलिस पर हमला, चंडीगढ़ में धारा 144 लागू

चंडीगढ़. पंजाब के मोहाली में सिख कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी बुधवार को उग्र हो गए। चंडीगढ़ में घुसने को लेकर उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इस दौरान जमकर पथराव हुआ। प्रदर्शनकारियों ने तलवारें निकाल लीं। जिसे देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और वाटर कैनन का भी प्रयोग किया।

इससे भड़के प्रदर्शनकारियों ने चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर डाली। प्रदर्शनकारी इस कदर उग्र हो गए कि उन्होंने तलवारें और डंडे दिखाकर पुलिस को खदेड़ दिया।

कुछ पुलिसकर्मी भी इस हिंसक वारदात में जख्मी हुए हैं। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। माहौल बिगड़ता देख पुलिस के सीनियर अफसर मौके पर पहुंचे हैं। चंडीगढ़ में धारा 144 लगा दी गई है।

सीएम के घर जाना चाहते थे प्रदर्शनकारी
सजा पूरी कर चुके सिख कैदियों की रिहाई के लिए मोहाली में चंडीगढ़ बॉर्डर पर 7 जनवरी से प्रदर्शन चल रहा है। बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने पंजाब के सीएम के घर कूच का ऐलान कर दिया। इसका पता चलते ही चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी।

प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग के पास हा गए। उन्होंने बैरिकेड हटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। जिसके बाद उन्होंने तलवार और डंडे निकाल लिए। पुलिस को पीछे धकेलते हुए वे चंडीगढ़ में घुसने की कोशिश करने लगे। यह देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

तलवारों से हमला कर रहे निहंग
लाठीचार्ज के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें मोहाली बॉर्डर पर निहंग पुलिस की गाड़ियों को टारगेट कर रहे हैं। जिसमें वे तलवारें मारकर गाड़ियों को तोड़ रहे हैं। इस घटना में चंडीगढ़ पुलिस के कुछ जवान भी जख्मी हुए हैं। जिन्हें चंडीगढ़ के सेक्टर 16 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिसकर्मियों के जख्मी होने का पता चलते ही चंडीगढ़ के डीजीपी प्रवीर रंजन भी अस्पताल रवाना हो गए हैं।

तलवारें, रॉड और घोड़ों पर निहंग
डीजीपी ने बताया कि कई प्रदर्शनकारियों के पास हथियार और डंडे, राड थे। कई अन्य खतरनाक हथियार इनके पास थे। प्रदर्शनकारियों ने रोके जाने पर पुलिसकर्मियों पर हमला किया। कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। कुछ प्रदर्शनकारी घोड़ों पर सवार होकर आए जिनमें निहंगों के दल भी थे। उनके पास भी हथियार थे। तलवारों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया। कुछ पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं।

हथियारों समेत कैसे जुटे यह विचार का विषय
पंजाब डीजीपी ने साफ कर दिया है कि पंजाब पुलिस ने सुरक्षा का आश्वासन दिया था, मगर किस तरह प्रदर्शनकारी चंडीगढ़ बार्डर तक हथियारों समेत यहां तक पहुंचे यह विचार का विषय है। इस घटना के पीछे डीजीपी ने कौमी इंसाफ मोर्चा को जिम्मेदार बताया। डीजीपी ने कहा कि पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं और आरोपियों के खिलाफ एफ़ाइआर दर्ज की जाएगी।

सिंघू बॉर्डर की तर्ज पर चल रहा प्रदर्शन
मोहाली में वायपीएस चौक के पास प्रदर्शनकारी ‘पक्का मोर्चा’ लगाकर बैठे हैं। इसे किसान आंदोलन में सिंघु बॉडर की तर्ज पर प्रदर्शन किया जा रहा है। जहां प्रदर्शनकारी एक महीने से दिन-रात डटे हुए हैं। वहीं पर उनका खाना और सोना हो रहा है। प्रदर्शनकारी यहां पर अपने टैंट, बर्तन, राशन, सिलेंडर, ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर डटे हुए हैं।

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