1 . एमपी बोर्ड 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए मार्किंग नीति का ऐलान जल्द किया जाएगा। 2 जून को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना संकट को देखते हुए 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एमपी बोर्ड सीबीएसई की कक्षा 12 के लिए मार्किंग पॉलिसी के इंतजार में है। सीबीएसई की ओर से जैसे ही 12वीं के छात्रों की मूल्यांकन नीति का ऐलान होगा वैसे ही एमपी बोर्ड भी कक्षा 12 किे स्टूडेंट के लिए मार्किंग नीति का ऐलान कर देगा। उम्मीद है कि मार्किंग पॉलिसी फाइलाइज होने के बाद जल्द ही एमपी बोर्ड 12वीं के छात्रों का रिजल्ट तैयार किया जाएगा।
एमपी बोर्ड इंटर की परीक्षाएं रद्द करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि प्रदेश की 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं नहीं होंगी, परन्तु जो विद्यार्थी चाहेंगे बाद में परीक्षा दे सकेंगे। आंतरिक मूल्यांकन का काम वैज्ञानिक पद्धति से होगा तथा शिक्षा मंत्रियों का समूह विषय विशेषज्ञों से चर्चा कर इसकी प्रक्रिया के संबंध में निर्णय लेगा।
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2. मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा के अनुसार परीक्षाएं पिछले वर्ष की तरह ओपन बुक पद्धति से होंगी। निर्धारित तिथि व समय पर विद्यार्थी को ऑनलाइन प्रश्न पत्र प्राप्त होगा, जिसका उत्तर वह घर बैठे ही उत्तर पुस्तिका में लिखकर नजदीकी संग्रहण केंद्र में जमा करा देगा।
जिन विद्यार्थियों के घर पर इंटरनेट सुविधा नहीं होगी उन्हें नजदीकी शिक्षा संस्थान में परीक्षा देने की सुविधा दी जाएगी। हालांकि इस योजना में नर्सिंग और मेडिकल के छात्र भी शामिल होंगे या नहीं इस पर कोई अपडेट नहीं है। इस वर्ष कुल 14 लाख 88 हजार 958 तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं में 3 लाख 08 हजार 117 परीक्षार्थी हैं।
3 . तकनीकी शिक्षा विभाग की सभी परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी तथा ओपन बुक पद्धति पर आधारित होंगी। परीक्षार्थी ऑनलाइन ही उत्तर लिखेंगे।
समय 2 घंटे होगा। मूल्यांकन में 50 फीसदी पिछले सेमेस्टरों तक अर्जित सीजीपीए का अधिभार मान्य किया जाएगा। परीक्षाएं जून एवं जुलाई में होंगी तथा परिणाम 10 दिन में आ जाएंगे। प्रदेश में तकनीकी शिक्षा महाविद्यालयों में कुल 1 लाख 87 हजार 811 परीक्षार्थी हैं।
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