ऑस्ट्रेलियन मीडिया को अपनी टीम की चिंता, वर्ल्ड चैंपियनशिप से बाहर होने का डर

sadbhawnapaati
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नई दिल्ली. मोटेरा में खेला गया तीसरा टेस्ट ऑस्ट्रेलिया की मीडिया में भी छाया हुआ है. भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया यह मैच दो दिन में खत्म हो गया.
हार के साथ इंग्लिश टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की रेस से बाहर हो गई, जबकि टीम इंडिया इस रेस में काफी आगे हो गई है.
टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचने के लिए 4 मार्च से मोटेरा मैदान पर होने वाले अंतिम टेस्ट को सिर्फ ड्रॉ कराने की जरूरत है.
टीम इंडिया अभी चार मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 18 जून से लॉर्ड्स में खेला जाना है.
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ऑस्ट्रेलिया के अखबार सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने लिखा, मोटेरा में दो दिन में मैच खत्म होना विचित्र लगता है. हार के बाद इंग्लैंड की टीम फाइनल की रेस से बाहर हो गई.

अब टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ ड्रॉ की जरूरत है. ऐसे में हमारी टीम का फाइनल में पहुंचना मुश्किल है.

अखबार में आगे रूट के बयान को प्रमुखता से उठाया गया है, जिसमें रूट ने खराब पिच पर बैन लगाने की बात कही है. हालांकि उन्होंने मोटेरा की पिच को लेकर सीधे तौर पर कुछ भी नहीं कहा है.

वहीं दि ऑस्ट्रेनियन ने लिखा कि इंग्लैंड दो दिन में मिली हार के बाद दोनों देश के खिलाड़ियों के बीच बहस हो रही है. लेकिन इसका टीम इंडिया की जीत पर कोई असर नहीं है और टीम फाइनल के नजदीक पहुंच गई है.

वहीं, पाकिस्तान के अखबार डॉन ने लिखा, टीम इंडिया ने इंग्लैंड को दो ही दिन में हराकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई. मैच में स्पिनर्स ने अहम भूमिका निभाई और 30 में से 28 विकेट झटके.

इंग्लिश मीडिया ने कहा पिच खराब थी- टीम इंडिया के अंक काटे जाने चाहिए

इंजमाम बोले- आईसीसी को एक्शन लेना चाहिए

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने मैच के दो दिन में खत्म होने पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि टेस्ट में इस तरह की पिच नहीं होनी चाहिए. यह क्रिकेट के साथ सही नहीं है.

आईसीसी को इस पर एक्शन लेना चाहिए. दोनों ही टीमें अच्छा नहीं खेल सकीं. स्पिन ट्रैक बनाए जाने चाहिए लेकिन इस तरह की पिच नहीं होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी हम जाते हैं तो वहां तेज पिच मिलती हैं, लेकिन ऐसी पिच वहां भी नहीं बनती हैं. पूरे मैच में 350 के आस-पास ही रन बन सके. यह गलत है.

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