इंदौर कलेक्टर का नया फरमान, किराना दुकान एवं अन्य पर लिये ये निर्णय, देखें

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जनता कर्फ्यू की सख्ती के बाबजूद इंदौर में कोरोना की चेन टूट नहीं रही है लगातार 1800 से ज्यादा मामले रोज आ रहे है, इसी की चिंता अधिकारीयों में बढती जा रही है | बढ़ते कोरोना को देखते हुए कलेक्टर ने सोमवार दोपहर शहर के सबसे बड़े किराना बाजार सियागंज को आगामी आदेश तक बंद करने के आदेश दिए हैं। वहीं, रात को आदेश जारी करते हुए शहर के सभी छोटी- बड़ी किराना दुकानों को सप्ताह में दो यानी सोमवार और गुरुवार को ही खुले रहने का फैसला किया। निर्धारित दोनों दिन ये दुकानें सुबह 6:00 से शाम 5:00 बजे तक खुली रह सकेंगी। वहीं, दूसरी ओर सब्जी और दूध डेयरी का समय यथावत रहेगा। ताजा आदेश में भी शादियों पर रोक बरकरार रखी गई है। वकीलों को बार एसोसिएशन की अनुशंसा पर घर से ऑफिस जाने के लिए पास जारी किए जाएंगे। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद यह फैसला लिया गया है।

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प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू में शहर के सबसे बड़े किराना मार्केट को राहत दी थी, लेकिन इस दौरान बाजार में भीड़ दिखाई दे रही थी। इस कारण प्रशासन ने सोमवार को सियागंज को आगामी आदेश तक बंद करने के आदेश दे दिए। एडीएम पवन जैन ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, सियागंज में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा था।

प्रशासन ने सख्ती भी की थी। कुछ दुकानें सील करने की कार्रवाई भी की थी, लेकिन बाद में फिर दुकानों पर भीड़ बढ़ती गई। इसे देखते हुए सुबह कलेक्टर मनीष सिंह ने अधिकारियों को सियागंज का दौरा करने भेजा था। वहां से अधिकारियों ने कलेक्टर को जो रिपोर्ट दी, उसके बाद सियागंज को बंद करने के आदेश कलेक्टर ने जारी कर दिए। जैन ने कहा कि सियागंज एसोसिएशन ने 3 दिन बंद और 3 दिन चालू रखने का निर्णय भी लिया था, लेकिन उसका पालन भी नहीं देखा गया। कलेक्टर के आदेश होते ही टीम सियागंज को बंद कराने निकल पड़ी। इस आदेश का वाहनों द्वारा प्रचार भी किया गया।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।