लॉकडाउन के नियम तोड़े तो सब पर होगी सख्ती – इंदौर कलेक्टर

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि कोविड अमीरी या गरीबी देखकर नहीं आता। अमीर के कारण भी कोरोना फैल सकता है और गरीब के कारण भी। इसलिए लाकडाउन में नियम तोड़े तो वह चाहे अमीर हो या गरीब, सबके खिलाफ सख्ती की जाएगी। हमने केवल सब्जी वालों पर ही कार्रवाई नहीं की, बड़ी कंपनियों को भी नहीं छोड़ा जायेगा, साथ ही यह चेतावनी भी दी कि जिस थाना क्षेत्र में लाकडाउन के नियम टूटेंगे, वहां के कार्यपालिक मजिस्ट्रेट तहसीलदार, नायब तहसीलदार आदि, थाना प्रभारी और नगर निगम के जोनल अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। कोरोना कर्फ्यू में अनलाक के पहले चरण के पहले दिन नियम तोड़कर व्यवसाय शुरू करने वाले दुकानदारों के खिलाफ शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 30 एफआइआर हुई हैं। कलेक्टर ने कहा कि अभी तो हम समझाइश देकर छोड़ रहे हैं। फिर भी नहीं माने तो जेल भेजेंगे।

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शहर में किराना के थोक बाजार सियागंज, मल्हारगंज, छावनी आदि सहित जिन अन्य गतिविधियों को खोला गया है, वहां के बाजारों पर सात दिन तक निगरानी रखी जाएगी। सात दिन तक वहां सैंपलिंग और जांच भी की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि यदि इन बाजारों में नियमों को लेकर लापरवाही हुई और कोरोना के केस मिले तो फिर से इन्हें बंद किया जा सकता है। शहर के खुले बाजारों के अलावा सब्जी बेचने वालों, कामकाजी महिलाओं, दवा बाजार के कर्मचारियों आदि का विशेष तौर पर वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। सिंधी कालोनी में एक जगह ठेला लगाकर फल व सब्जी बेचने वालों को समझाइश देने के बाद भी वे नहीं माने। इस कारण उनको जेल भेजा गया और तीन बाद उनको छोड़ा गया ।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।