Indore News – मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर 1 जनवरी से काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे, प्रशासनिक अधिकारी नामंजूर

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति के प्रस्ताव के विरोध में मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मैदान में आ गया है। मेडिकल टीचर एसोसिएशन और जेडीए ने बुधवार को जमकर नारेबाजी की और कहा कि 1 जनवरी से काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे।
एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सरकारी अधिकारी को प्रशासक नियुक्त करने के लिए कहा है। हालांकि लिखित में आदेश अभी जारी नहीं किए हैं। एसीएस के प्रस्ताव का सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में विरोध हो रहा है। कुछ डॉक्टरों का तो ये भी कहना है कि भोपाल में सरकारी अस्पतालों के लिए खरीदी की जाती है और टेंडर जारी किए जाते हैं, तब किसी डॉक्टर से पूछा जाता है कि जो टेंडर जारी किए हैं, उनकी जरूरत है या नहीं और न ही ये सलाह ली जाती है कि किस कंपनी के सामान लेना हैं, फिर मेडिकल कॉलेज में प्रशासनिक अधिकारी की दखलंदाजी क्यों की जा रही है। हर मेडिकल कॉलेज अपनी जरूरत के हिसाब से सामान की खरीदी करता है और टेंडर जारी करता है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।