केंद्र सरकार डिजिटल यूनिवर्सिटी का मसौदा तैयार कर रही है। यह ‘स्पोक एंड हब’ प्रारूप पर काम करेगी। हब के तौर पर इसका डिजिटल प्लेटफार्म होगा, जबकि इससे जुड़े विश्वविद्यालय स्पोक कहलाएंगे। इसका सीधा फायदा विद्यार्थियों को होगा। वे घर बैठे मनपसंद भाषा में एक समय में एक से अधिक देशी-विदेशी विश्वविद्यालयों से पढ़ाई करके डिग्री ले सकेंगे। इसमें आईआईटी, आईआईएम, केंद्रीय विश्वविद्यालय, शोध संस्थान समेत दुनिया के टॉप विदेशी विश्वविद्यालय जुड़ेंगे। छात्रों के पास इनकी ऑनलाइन डिग्री, कोर्स, डिप्लोमा की पढ़ाई करने का विकल्प होगा। खास बात यह है कि सामान्य विश्वविद्यालयों की तरह यहां भी क्लासरूम, एग्जाम, इंटर्नशिप, कैंपस प्लेसमेंट सत्र चलेंगे। हालांकि, डिग्री से पहले छात्र मार्केट डिमांड के आधार पर रोजगार से जुड़ चुके होंगे।
केंद्रीय बजट 2022-23 में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने देश में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के मकसद से डिजिटल यूनिवर्सिटी की घोषणा की है। इसी के तहत शिक्षा मंत्रालय ने अपने हितधारकों के साथ मिलकर डिजिटल यूनिवर्सिटी का मसौदा तैयार कर रहा है।